आगरा। सिक्खों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी जिन्हें हिंद की चादर भी कहा जाता है, का शहीदी गुरु पर्व 8 दिसम्बर को विभिन्न गुरुद्वारों पर मनाया जाएगा। इस संबंध में सिक्ख समाज की केंद्रीय संस्था श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा माईथान पर प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ। जिसमें पत्रकारों से वार्ता करते हुए गुरुद्वारा के प्रधान कंवल दीप सिंह ने बताया कि जिस वक़्त गुरु जी ने अपना बलिदान दिया उस वक़्त मुगलों का शासन था।बादशाह सवा लाख जनेऊ इकठ्ठा करके भोजन करता था। उस वक़्त गुरुजी ने तिलक और जन्झू की खातिर अपना बलिदान दिया। उनके साथ भाई सती दास, भाई मती दास एवं भाई दयाला जी को भी प्रताड़ित कर शहीद किया।
गुरुद्वारा माई थान पर इस अवसर पर कीर्तन दरबार सुबह 8.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक में विशेष रूप से भाई सिमरप्रीत सिंह हजूरी रागी श्री भाई दरबार साहिब अमृतसर के अतिरिक्त भाई जसपाल सिंह अखंड कीर्तन जत्था, भाई हरजोत सिंह, ज्ञानी कुलविंदर सिंह हैड ग्रंथी, ज्ञानी ओंकार सिंह, बिजेंद्र सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा माई थान, स्त्री सभा बहिन अवनीत कौर अपने कीर्तन द्वारा संगत को निहाल करेंगे।
शाम को गुरूद्वारा दशमेश दरबार शहीद नगर पर 6.30 बजे से 9.30 बजे तक कीर्तन दरबार होगा। इस अवसर पर विशेष रूप से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पुरातन और सबसे छोटे स्वरुप (उर्दू में लिखित) का दर्शन संगत को करवायें जाएंगे। इस अवसर पर श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत के पोस्टर का भी विमोचन किया गया। वाहनों की पार्किंग बी पी ऑइल मिल पर होगी।
प्रेस वार्ता एवं पोस्टर विमोचन में कंवलदीप सिंह के अलावा हैड ग्रंथी कुलविंदर सिंह, मुख्य सेवा दार पाली सेठी, समन्वयक बंटी ग्रोवर, कुलविंदर पाल सिंह, हरपाल सिंह चण्डोक, परमात्मा सिंह, रमन साहनी, मनमोहन सिंह, सुरेंद्र सिंह सलूजा, बबलू अरशी, हरमोहिंदर पाल सिंह, संत सिंह, बंटी ओबरॉय, परमिंदर सिंह ग्रोवर, राजदीप, अरजिनदर सिंह, देवेन्द्र सिंह जोड़ा, वीरेंद्र सिंह, राणा रणजीत सिंह, रक्षपाल सिंह, परमिंदर सिंह, गुरजंट सिंह आदि मौजूद रहे।