Home » ओडीओपी योजना ने रोजगार बढ़ाने के साथ 3 गुना बढ़ाया उत्पादों का निर्यात

ओडीओपी योजना ने रोजगार बढ़ाने के साथ 3 गुना बढ़ाया उत्पादों का निर्यात

by pawan sharma

आगरा। ओडीओपी योजना लागू होने से न सिर्फ रोजगार बढ़ा है बल्कि उत्पादों के निर्यात में भी तीन गुना से अधिक वृद्धि हुई है। ओडीओपी में पिछले दो माह में 15 उत्पादों को स्वीकृति मिली जिसमें आगरा मण्डल के तीन उत्पादों को शामिल किया गया। ओडीओपी एक योजना नहीं बल्कि एक अभियान है। कारीगरों के स्किल डवलपमेंट, नई डस्ट्री के लिए ऋण व ट्रेडर्स के लिए भी कई प्रकार की योजनाएं हैं। जिससे कारीगरों के हुनर को निखारने के साथ उत्पादों को को विस्तार मिल सके। यह जानकारी होटल ताज कन्वेंशन में एमएसएमई, ओडीओपी उद्योग संवाद व राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन द्वारा आयोजित दो दिवसीय विजनेट समित में मुख्य अतिथि उपायुक्त उद्योग अनुज कुमार ने दी।

मुख्य अतिथि ने बताया कि देश विदेश में आयोजित मेलों में भारत की हस्तशिल्प की स्टॉल लगाने पर 75 प्रतिशत तक का अनुदान है। एक वर्ष में तीन मेलों का लाभ लिया जा सकता है। अनुज कुमार ने उद्यमियों को विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर हस्तशिल्प को विकसित कर नए भारत के निर्माण में सहयोग के लिए आह्वान किया। जिससे लघु व कुटिर उद्योग नई उँचाईयों पर पहुंच सके।

राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए पेठा, स्टोन मार्बल और जूता उद्योग के साथ चांदी की पायल को भी ओडीओपी में शामिल करने की मांग की। व्यापार बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा। यह यात्रा सिर्फ विकास की नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता की है, जिसका उद्देश्य विकसित भारत का निर्माण है। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। जिसमें बिहार के प्रदेशाध्यक्ष पंकज यादव, मप्र के अध्यक्ष ओम जैसवाल, हरियाणा के गुलशन डंग, महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता अग्रवाल, मुरलीधर हूजा, विनय अग्रवाल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में आठ प्रांतों के 250 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया। संचालन रीनेश मित्तल ने किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से गजेन्द्र शर्मा, संगठन के उप्र अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, मिर्जापुर से रविन्द्र जैसवाल, आलोक आर्य, सोनभद्र से गोपाल गुप्ता, रीतेश अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, ओमकारनाथ केसरवानी आदि उपस्थित थे।

आज बने पेठे का 6 माह तक चख सकेंगे स्वाद
एमएसएमई के कॉमन फैसिलिटी सेन्टर में हस्तशिल्प की गुणवत्ता को सुधारने के लिए नई तकनीकों पर काम किया जा रहा है। इसमें पेठे की शेल्फ लाइफ तो 15 दिन के बजाय 6 माह तक बढ़ाने पर भी काम किया जा रहा है। जल्दी ही ऐसा सम्भव हुआ तो लोग न सिर्फ आज बने पेठे का स्वाद छह माह तक बल्कि देश के दूर प्रांतों व विदेशों में भी चख सकेंगे।
अनुज कुमार ने बताया कि सम्भल में जानवरों की हड्डियों व सींगों से बनने वाले बटन को फिनिशिंग के लिए चायना भेजा जाता था। जिससे भारत में बटन की कीमत चायना से फिनिश होकर आने के बाद 50 रुपए प्रति हो जाती ती। परन्तु अब चायना से बेहतर फिनीशिंग प्लांट सम्भल में ही तैयार कर दिया गया है।

15 को उद्यमियों को उद्यम अवार्ड से किया जाएगा सम्मानित
एमएसएमई, ओडीओपी उद्योग संवाद में 15 जून को उपायुक्त उद्योग अनुज कुमार परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, एमएसएमई खादी मंत्री उप्र राकेश सचान, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, राज्य सभा सांसद नवीन जैन, राकेश गर्ग चेयरमैन लघु उद्योग विधान परिषद, सदस्य विजय शिवहरे सहित विभिन्न उद्योग में अग्रणी भूमिका निभाने वाले उद्यमियों को उद्यम वार्ड से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमित गुप्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष करेगे।

Related Articles

Leave a Comment