कोरोना संक्रमण काल में आगरा रेल मंडल ने अपने कई अधिकारियों और कर्मचारियों को खो दिया है। इन रेल कर्मचारियों को या तो इलाज के लिए बेड नहीं मिला या फिर उन्हें ऑक्सिजन नहीं मिली। इस दौरान उन निजी अस्पतालों ने भी हाथ खड़े कर दिये थे जिनसे रेलवे का अनुबंध था। इन समस्याओं को देखते हुए रेलवे अब अपने चिकित्सालयों में ही ऑक्सिजन प्लांट लगाने का प्लान तैयार कर रहा है। इसको लेकर उत्तर मध्य रेलवे जोन के महाप्रबंधक वीके त्रिपाठी ने अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की और इस पर चर्चा की।
ऑक्सिजन की बढती किल्लत को देखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने आगरा समेत अपने सभी प्रमुख अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट लगवाने के फैसला लिया है जिसकी तैयारी शुरू हो गयी है। आगरा के अलावा कानपुर और झांसी के अस्पतालों में भी ऑक्सिजन प्लांट लगेंगे और प्रयागराज स्थित रेलवे अस्पताल में लगे ऑक्सिजन प्लांट की क्षमता बड़ाई जाएगी।
उत्तर मध्य रेलवे जोन के महाप्रबंधक वीके त्रिपाठी ने अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक के दौरान कहा कि रेलवे के कई बड़े अस्पताल है लेकिन सभी जगह ऑक्सिजन प्लांट नही है। सिर्फ प्रयागराज के सेंट्रल हॉस्पिटल में ही ऑक्सिजन प्लांट है। कोविड के चलते ऑक्सिजन की भारी कमी हुई है। जिसके कारण कई रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों की जान चली गयी है। इसलिए उत्तर मध्य रेलवे अपने प्रमुख अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट लगाने जा रहा है।