आगरा। पीस पार्टी के द्वारा संगठन विस्तार के लिए आगरा में एक बैठक का आयोजन आजम पाड़ा में किया गया था जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सादाब चौहान, प्रदेश और क्षेत्र के अलावा जिले के कार्यकर्ताओं को शामिल होना था। बैठक में दूसरे राजनीतिक दलों से आए सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पीस पार्टी में शामिल कराने का दावा किया गया था। इस दौरान ही जब मीटिंग में राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान मीडिया को संबोधित कर ही रहे थे कि महानगर के खाली पड़े अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ जहांगीर अल्वी और महानगर अध्यक्ष बनने वाले हबीब खान के बीच में मीडिया की मौजूदगी में ही कहासुनी हो गई। डॉ जहांगीर अल्वी के समर्थकों ने प्रदेश नेतृत्व को आगरा में पार्टी खुद चलाने की खुली चुनौती दी और बैठक छोड़ चले गए। वहीं स्थिति बिगड़ते देख पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान ने भी वहां से जाना मुनासिब समझा और बैठक को बगैर संबोधित करे ही वापस लौट गए।
जानकारी करने पर कार्यकर्ताओं ने बताया कि जिला और क्षेत्रीय कमेटी को बगैर जानकारी दिए ही एक छोटे कार्यकर्ता के कहने पर प्रदेश नेतृत्व के द्वारा आगरा में बैठक लगाई और उसमें राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान जैसे राष्ट्रीय नेता को आगरा बुला लिया गया। जबकि मीटिंग की जानकारी जिला अध्यक्ष तक को समय पर नहीं दी गई जिससे नाराज कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी प्रदेश नेतृत्व के सामने रखी। इतना ही नहीं दोनों ही कमेटियों को बगैर जानकारी दिए ही आगरा में अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के मामले ने और आग में घी डालने का काम कर दिया। इसको लेकर के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ जहांगीर अल्वी और आगरा शहर अध्यक्ष बनने वाले हबीब खान के बीच में सार्वजनिक रूप से कहा सुनी हो गई।
बताया जा रहा है कि बाद में दोनों के अंदर समझौता करा दिया गया लेकिन दबी जबान में कार्यकर्ताओं ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व द्वारा क्षेत्रीय पदाधिकारियों के अधिकारों का हनन कर छोटे कार्यकर्ताओं के कहने पर जिस प्रकार से आगरा में गतिविधियों का संचालन चल रहा है उससे कार्यकर्ता घुटन महसूस कर रहे हैं और आने वाले समय में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। क्योंकि प्रदेश नेतृत्व की उपेक्षा के कारण ही प्रदेश अध्यक्ष पार्टी छोड़ चुके हैं।