Home » दर्द से तड़पती दो साल की मासूम को गोद में लेकर भटकती रही माँ, ईलाज़ के अभाव में तोड़ा दम

दर्द से तड़पती दो साल की मासूम को गोद में लेकर भटकती रही माँ, ईलाज़ के अभाव में तोड़ा दम

by admin

आगरा। मासूम बच्ची के शव को गोद में लेकर विलाप करती इस दुखियारी मां की दुख की पीड़ा जानकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। जिन लोगों के कंधे पर बीमार लोगों की जान बचाने की जिम्मेदारी है वही लापरवाह बने हुए हैं। यही वजह है कि आगरा में कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के साथ-साथ नॉन कोविड मरीजों की इलाज के अभाव में मौत हो रही है। आगरा में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक एक दर्जन से भी ज्यादा ऐसे लोगों की मौत हो चुकी है जो नॉन कोविड थे।

ताज़ा मामला मलपुरा थाना क्षेत्र के टपरा गांव का है। टपरा गांव में रहने वाले एक गरीब बेसहारा परिवार की दो साल की मासूम बच्ची के रात में पेट में दर्द हुआ था। पेट दर्द से ग्रसित दो साल की मासूम बच्ची तड़प रही थी। मासूम बच्ची को इलाज कराने के लिए इस परिवार में 108 नंबर एंबुलेंस की सहायता मांगी। मगर अब जो कहानी आप सुनेंगे। दुखियारी मां का कहना है कि उसने पेट दर्द की बीमारी से ग्रस्त तड़पती मासूम बच्ची के लिए लगातार 108 नंबर एंबुलेंस से सहायता मांगी लेकिन इस परिवार को कोई सहायता नहीं मिली। लिहाजा यह दुखियारी मां अपने दो साल की बच्ची को गोद में लेकर इलाज के लिए पैदल पैदल चल पड़ी। अभी यह दुखियारी मां रुई की मंडी चौराहा थाना शाहगंज के रुई की मंडी चौराहे पर पहुंची ही थी कि मासूम बच्ची ने इलाज के अभाव में सड़क पर ही दम तोड़ दिया।

आगरा में लगातार मौतों का सिलसिला जारी है। हालात बद से बदतर हैं। कभी कोरोना वायरस जैसी संक्रमित बीमारी से लोगों की मौत हो रही है तो कुछ की जान इलाज के अभाव में जा रही है। स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना हुआ है। सवाल यह है कि आखिरकार दो साल की सड़क पर बीमारी से ग्रसित तड़पती मासूम बच्ची की मौत का जिम्मेदार कौन है और कब तक इन जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही कब होगी।

Related Articles