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बंदरों के आतंक ने छीनी एक और जान, प्रशासन कब तक रहेगा मौन

by admin

आगरा। ताजनगरी में बंदरो का कहर किसी से छुपा नही है। आये दिन यह खूंखार बंदर शहर किसी न किसी को अपना निशाना बना रहे है। आलम यह है कि इन खूंखार बंदरो के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है तो कई माताओं की गोद सूनी हो चुकी है लेकिन अभी तक इन बंदरो पर अंकुश नही लग पाया है। ताजा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के माईथान का है। इस क्षेत्र के खूंखार बंदरो के कारण एक 50 वर्षीय व्यक्ति हरिशंकर की मौत हो गयी। इस घटना से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

घटना बुधवार की है। बताया जाता है कि हरिशंकर सुबह पूजा करने के लिए अपनी छत पर गए थे तभी खूंखार बंदरो ने उन पर हमला बोल दिया। बंदरो से बचने के लिए जैसे ही वो अंदर की तरफ आये और सीढ़ी से नीचे गिर गए। इस हादसे में हरिशंकर गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन तुरंत हरिशंकर को घायल अवस्था में इलाज के लिए एसएन हॉस्पिटल ले गए जहाँ एसएन हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने हरिशंकर को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। हादसे के लिए पड़ोसी और मृतक के परिजन जिला प्रशासन व वन विभाग को जिम्मेदार मान रहे हैं।

मृतक के परिजनों का कहना है कि क्षेत्र में बंदरो की समस्या से कई बार प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है लेकिन आजतक कोई कार्यवाही नही हुई है जिसका खमियाजा हमे अपने परिजन को खोकर भुगतना पड़ रहा है।

इस हादसे से आक्रोशित पड़ोसियों ने बताया कि इस क्षेत्र में यह कोई पहला मामला नही है। इससे पहले बंदरो ने एक महिला से नवजात को छीन लिया था जिससे उसकी मौत हो गयी थी लेकिन प्रशासन की आंखे अभी तक नही खुली। शायद प्रशासन को अभी कई ओर हादसों का इंतजार है।

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