Agra. कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिला अस्पताल में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। जिला अस्पताल के नोडल ऑफिसर अपर निदेशक मंडल अविनाश सिंह के नेतृत्व में यह मॉकड्रिल की गई। इस दौरान कोरोना से निपटने के लिए कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए कोरोना वार्ड और पीकू वार्ड का बारीकी से निरीक्षण किया गया। व्यवस्थाओं को देखा गया और जो खामियां थी उन्हें दूर कराने के निर्देश दिए गए।
नोडल ऑफिसर अपर निदेशक मंडल अविनाश सिंह की टीम ने कोरोना से निपटने के लिए बनाए गए पीकू वार्ड और कोविड वार्ड में मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए लगाए गए स्वास्थ्य चिकित्सा से संबंधित उपकरणों की जांच की। उन्हें चला कर भी देखा कि वह उपकरण काम कर रहे हैं या नहीं।
ऑक्सीजन प्लांट का किया निरीक्षण
टीम द्वारा ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान टीम ने ऑक्सीजन प्लांट से सप्लाई हो रही ऑक्सीजन की मात्रा चेक की। यह भी देखा कि अगर कोरोना की तीसरी लहार आती है और मरीज अस्पताल में भर्ती होते हैं तो ऑक्सीजन प्लांट कितनी ऑक्सीजन सप्लाई कर सकता है।
मॉक ड्रिल कर देखी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
निरीक्षण के दौरान भले ही जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं दुरुस्त मिली हो लेकिन कुछ कमियां थी जिन्हें दूर करने के निर्देश दिए गए। इसके बावजूद पूरी तसल्ली के लिए जिला अस्पताल के नोडल ऑफिसर अपर निदेशक मंडल अविनाश सिंह के नेतृत्व में एक मॉक ड्रिल की गई। इस मौके जेल के दौरान कोविड-19 के गंभीर मरीज को एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल लाया गया और सीधे उसे कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराया गया। जिस तरह से एक गंभीर मरीज का उपचार किया जाता है उसी तरह से मॉक ड्रिल के दौरान आए मरीज का इलाज किया गया। सारे उपकरणों को लगाया गया और चेक किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलने पर अपर निदेशक मंडल संतुष्ट नजर आए।