एटा। जलेसर के भाजपा विधायक संजीव दिवाकर को पुर्नमतगणना के लिए सिफारिश न करना भारी पड़ गया। प्रधान पद का चुनाव हारी महिला प्रत्याशी के समर्थकों ने विधायक के घर पर हमला बोल दिया। आक्रोशित लोगों ने घर में जमकर तोड़फोड़ की और मौके से फरार हो गए। बताया जाता है कि विधायक समेत परिवार के तीन लोग कारोना पाजिटिव होने के कारण होमआइसोलेशन में हैं जिन्होंने कमरा बंद कर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस हमलावरों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
बताया जाता है कि ग्राम पंचायत 12 समसपुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी जिस पर महिला रजनीश ने प्रधान पद का चुनाव लड़ा था। वह कुछ ही वोटों से हार गई जिसको लेकर मतगणना स्थल पर भी रजनीश और उसके परिवार वालों ने विवाद किया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर सोमवार को गांव प्रधान प्रत्याशी समर्थक विधायक के घर पहुँचे और सारी बात बताते हुए पुनः मतगणना कराये जाने की मांग करने लगे। इस पर उन्होंने सिफारिश करने से साफ मना कर दिया। इस बात को लेकर समर्थकों में आक्रोश फैल गया और नाराज भीड़ ने विधायक के घर में घुस कर तोड़फोड़ कर दी। आक्रोशित समर्थकों ने खिड़की दरवाजे, गमले व कुर्सियां तोड़ डालीं।
इस दृश्य को देख विधायक संजीव दिवाकर ने कमरे में अपने आप को बंद कर जान बचाई और पुलिस को फोन कर दिया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया मगर तब तक हमलावर भाग गए। पुलिस के हाथ घटना के कुछ वीडियो भी लगे हैं जिनमें हमलावरों के चेहरे साफ दिखाई दे रहे हैं। अभी मामले की तहरीर कोतवाली नहीं पहुंची है। एएसपी ओपी सिंह ने बताया कि हमलावरों की तलाश की जा रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।