उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच उन्नाव में एक दलित लड़की की लाश गुरुवार को मिली। जमीन के अंदर दबी मिली लाश की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। लड़की की मां का आरोप है कि समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री ने बेटी की हत्या की है। इस मामले में एसएसपी ने कोतवाल को सस्पेंड कर दिया है।भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है।
दो महीने से अपनी बेटी के लिए दर-दर भटक रही मां को गुरुवार को उसकी बेटी की डेड बॉडी मिली। उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले दिसंबर माह से गायब है। पीड़िता की मां ने 8 दिसंबर को कोतवाली में तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। मां ने सपा के पूर्व राज्यमंत्री और सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे स्व. फतेह बहादुर के बेटे रजौल सिंह पर गायब करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे मां कूद गई थी।
मामला गरमाया तो पुलिस ने 25 जनवरी को रजौल सिंह को जेल भेज दिया, जिसके बाद युवती का पता नहीं चल सका। बीते 4 फरवरी को पुलिस ने रजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई। आज पुलिस को तमाम साक्ष्यों के आधार पर जानकारी हुई कि कब्बा खेड़ा के घर के बगल में ही युवती का शव गड़ा हुआ था।
सपा पर हमलावर हुई भाजपा-बसपा
इस मामले पर समाजवादी पार्टी पर सभी दलों ने हमला करना शुरू कर दिया है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद, जब बेटी की मां आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे, नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे, जांचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने में कसर नहीं छोड़ेंगे।’
वहीं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा, ‘उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला, परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे।’