आगरा। पिछले दिनों नट समाज की एक महिला का अंतिम संस्कार उच्च वर्ग के लोगों ने श्मशान घाट पर होने से रोक दिया था। यह घटना मीडिया और सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी थी। अब इस घटना पर बसपा सुप्रीमो मायावती के एक ट्वीट सियासत को गर्मा दिया है। बसपा सुप्रीमो ने इस घटना पर ट्वीट कर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिये है। इस घटना पर सियासत गरमाने के बाद आगरा पुलिस में भी हड़कंप है। एसएसपी बबलू कुमार ने खुद इस घटना पर बयान दिया और मामले की जांच सीओ अछनेरा को दिए जाने की बात कही।
बताते चलें कि अछनेरा थाना क्षेत्र के रायभा गांव में नट जाति की एक महिला की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। नट समाज के लोगों ने पास के ही श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए पहुँचे। मृतक महिला के परिवार ने अंतिम संस्कार की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली। चिता पर अर्थी लगा दी गयी लेकिन सवर्ण समाज के लोगों ने वहां पहुंचकर अंतिम संस्कार रोक दिया। पुलिस मौके पर पहुँची लेकिन मूक दर्शक बनी रही और मृतक के परिवार को महिला का अंतिम संस्कार दूसरी जगह करना पड़ा।
इस पूरे मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो ने प्रदेश सरकार को घेरा है तो वहीं आगरा पुलिस को आड़े हाथ लिया है। पुलिस की मौजूदगी में इस तरह की घटना की बसपा सुप्रीमो ने निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
इस पूरे मामले को लेकर एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि मामला गंभीर है। इस पूरे मामले की जांच सीओ अछनेरा को सौंपी है जो मौके पर जाकर जांच कर रही है। अभी तक बात सामने आई है कि उस गांव में 7 शमशान घाट है। अलग अलग वर्ग के लोग उनको अंतिम संस्कार के कार्यो में लेते है। इस श्मशान घाट पर क्या विवाद हुआ इसकी जांच होने के बाद कार्यवाही की जाएगी।