आगरा। ताजनगरी में हुए सर्व धर्म विवाह सम्मेलन में घालमेल हुआ है। सम्मेलन में नाबालिगों की शादी की सूचना पर चाइल्ड लाइन संस्था और क्षेत्रीय पुलिस देरशाम आयोजन स्थल पहुँच गयी। शादी में पुलिस के पहुँचने से आयोजकों में हड़कंप मच गया। पुलिस और चाइल्ड लाइन के सदस्यों ने आयोजकों द्वार जिन जोड़ो की शादी कराई जा रही थी, उनके प्रमाण पत्रों की जांच की जिससे सामूहिक विवाह की असलियत सामने आने लगी। इस जांच पड़ताल के बाद 6 लड़कियों और 2 लड़को की उम्र कम निकली और उनके विवाह संबंधित कागज फर्जी निकले। इस पूरी कार्यवाही से पहले बारात विदा हो चुकी थी लेकिन पुलिस और चाइल्ड लाइन ने इस पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
देवोत्थान पर्व के अवसर पर विश्व सेवा चैरिटेबल फाउंडेशन की ओर से सर्व धर्म विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सामूहिक विवाह में नाबालिगों की शादी कराये जाने की सूचना चाइल्ड लाइन को मिली थी। चाइल्ड लाइन ने तुरंत बाल कल्याण समिति को इसकी जानकारी दी। बाल कल्याण समिति ने पुलिस को पत्र लिखा। बाल विवाह रोकने के लिए टीम बनी जिसमें चाइल्ड लाइन, महफूज सुरक्षित बचपन और पुलिस को शामिल किया गया। पुलिस के साथ सभी टीम विवाह स्थल पहुँची और आयोजकों से सामूहिक विवाह से संबंधित जानकारी ली।
पुलिस के साथ चाइल्ड लाइन ने सामूहिक विवाह फार्मों की जांच की तो उसमें आठ लडके लड़कियां संदिग्ध निकले। चार लड़कियों की उम्र 18 वर्ष से कम तथा दो युवकों की उम्र 21 वर्ष से कम पाई गई। दो लड़कियों के फार्म संदिग्ध थे। एक में उम्र का दस्तावेज नहीं था केवल नोटरी थी तथा दूसरी लडकी का पुराना राशन कार्ड लगा था। इसकी पूरी रिपोर्ट बाल कल्याण समिति को सौंपी जाएगी। टीम में चाइल्ड लाइन समन्वयक रितु वर्मा, सदस्य प्रदीप, असलम, आरती तथा महफूज सुरक्षित बचपन के समन्वयक नरेश पारस शामिल थे।