आगरा। शैक्षणिक संस्थान छात्रों को बेहतर शिक्षा देने और उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए होते हैं लेकिन शहर का एक विख्यात संस्थान छात्रों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने में लगा हुआ है। इस संस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी के साथ निकल रहे हैं। छात्रों के साथ-साथ शिक्षक भी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं लेकिन इसके बावजूद कॉलेज प्रशासन अपने संस्थान को बंद नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच क्लास रूमों व स्टॉफ रूम को सेनिटाइज भी नहीं कराया जा रहा है। संस्थान की इस लापरवाही से छात्रों में भय व्याप्त है कि कहीं कोरोना का अगला शिकार वह तो नहीं है।
यह पूरा मामला दयालबाग स्थित नामी शैक्षिक संस्थान से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि इस संस्थान में प्रतिदिन क्लास लग रही है। बीते दिनों में आगरा में प्रतिदिन आ रहे कोरोना वायरस के मामले में कई संक्रमित मरीज दयालबाग क्षेत्र से जुड़े हैं जिनमें अधिकांशतः छात्र के रूप में उसी नामी संस्थान में पढ़ते हैं तो वहीं उसी संस्थान से जुड़े कुछ शिक्षक भी कोरोना संक्रमित हुए हैं। इस तरह संस्थान में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित की संख्या बढ़ रही है। इस पूरी मामले की जानकारी संस्थान के मैनेजमेंट को है लेकिन मैनेजमेंट ने कोई कदम नहीं उठाया है।
सूत्रों की माने तो दयालबाग स्थित संस्थान में प्रतिदिन चल रहे शैक्षिक कार्य के चलते भारी संख्या में छात्र भी ज्यादा संस्थान पहुंच रहे हैं लेकिन कोरोना संक्रमित से बचाव को आवश्यक नियमों का पालन नहीं कराया जा रहा है। उनसे साफ कह दिया गया है कि अगर आप कोरोना संक्रमित होते हैं तो इसमें संस्थान की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
सूत्रों की माने तो छात्रों ने संस्थान के प्रशासन से मांग की है कि कोरोना संक्रमण के बढते मामलों को देखते हुए संस्थान को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया जाए और प्रॉपर सेनिटाइजेशन का कार्य किया जाए लेकिन संस्थान ने फिलहाल इसे अनसुना कर दिया है।
शहर में भी प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे है और प्रशासन कोरोना की गाइड लाइन का पालन करने के लिए अपील कर रहा है लेकिन इस बीच दयालबाग स्थित नामी संस्थान जिला प्रशासन को पूरी तरह से ठेंगा दिखा रहा है। अगर जिला प्रशासन ने जल्द ही इस संस्थान को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो यह संस्थान आगे चलकर कोरोना संक्रमण का सबसे बड़ा स्प्रेडर बन सकता है।