Agra. आधी आबादी के प्रति बढते अपराध को लेकर पुलिस कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक सिरफिरे की शिकायत क्षेत्रीय थाने और 1090 पर किये जाने के बाद भी सिरफिरे के खिलाफ कोई कार्यवाही नही हुई। लगभग साल भर से परेशान छात्रा को पुलिस की कोई मदद न मिलने पर आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस से सहायता मांगी। आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश ने मामले की गंभीरता समझी। उन्होंने डीजीपी, मुख्यमंत्री और एसएसपी को ट्वीट कर इस मामले से रूबरू कराया है। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और पीड़ित छात्रा से संपर्क किया।
मामला सदर थाना क्षेत्र का है। क्षेत्र की रहने वाली डिग्री कालेज की एक छात्रा पर करीब एक साल पहले मोबाइल पर अज्ञात नंबर से फोन आया। छात्रा ने काल रिसीव करने के बाद रांग नंबर होने के चलते काट दिया। इसके बाद से अजनबी ने छात्रा को लगातार फोन करके परेशान कर दोस्ती का दवाब बनाना शुरू कर दिया। छात्रा ने बदनामी के डर से इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की। उसे डर था कि मामला पुलिस में जाने पर उसका नाम सामने आने पर लोग क्या कहेंगे। इससे अजनबी का दुस्साहस बढ़ गया। उसने छात्रा को मैसेज करना शुरू कर दिए। उसे वीडियाे और वाट्सएप काल करने लगा। छात्रा ने अजनबी के नंबर काे ब्लाक किया तो उसने दूसरे नंबर से उसे परेशान करना जारी रखा।
हद तो तब हो गई जब अजनबी ने छात्रा को अश्लील क्लिप भेजना शुरू कर दीं। इससे वह तनाव में आ गई। परिवार के लोगों को इसकी जानकारी दी। पीड़िता ने थाने और 1090 पर भी शिकायत की कोई हल नहीं निकला। इसके बाद पीड़िता ने आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस को पूरे मामले की जानकारी दी और मदद मांगी। मामले की गंभीरता देखते हुए उन्होंने डीजीपी, 1090, यूपी पुलिस और आगरा पुलिस को ट्वीट किया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस ने बताया कि क्षेत्रीय पुलिस ने उनसे संपर्क किया था। पुलिस की पीड़िता से बात कराई है। पीड़िता ने तहरीर दी है और सिरफिरे के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।