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तारकासुर का वध करने को भगवान कार्तिकेय का हुआ जन्म

by admin

आगरा। भोले बाबा चौक, कमला नगर में चल रही शिव महापुराण कथा में दिन प्रतिदिन कथा श्रृवण करने हेतु भक्तजनों की अपार भीड़ बढ़ती जा रही है। आज कथा के दौरान संगीतमय भजनों पर माता बहनों ने भक्तिभाव में नृत्य किया। हर हर महादेव से पूरा पंडाल गूंजता रहा। शिव महापुराण कथा के अन्तर्गतं आज पं. जय प्रकाश शास्त्री जी (वृंदावन वाले) ने कार्तिकेय जन्म, गणेश विवाह एवं तारकासुर वध इत्यादि प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया।

आचार्य जी ने बताया कि जब महादेव से वरदान प्राप्त असुरों के राजा तारकासुर के भय से समस्त देवता त्राहि-त्राहि करने लगे और समाधान के लिए कई भगवान के पास में गए। तब कामदेव के आग्रह पर मां पार्वती ने इस समस्या का समाधान करने का बीड़ा उठाया।

माता पार्वती ने घोर तपस्या कर शिवजी को मनाया। भगवान शिव जी ने मां पार्वती के साथ पाणिग्रहण किया। उसके बाद भगवान कार्तिकेय का जन्म हुआ। क्योंकि महादेव के पुत्र से ही तारकासुर का अंत हो सकता था इसलिए देवताओं ने महादेव के पुत्र भगवान कार्तिकेय को अपना सेनापति बनाया जिसके बाद हुए देवासुर संग्राम में भगवान कार्तिकेय तारकासुर का वध किया।

इसके अलावा कथा में असुुर जालंधर, असुर शंख चूड़, असुर अंधक का उद्धार, तुलसी अवतार, गंगा अवतरण एवं माँ भद्रकाली के मनमोहक रुप का भी विस्तृत वर्णन किया।

आज कथा में मुख्य अतिथि विधायक पुरुषोत्तम खण्डेलवाल, पार्षद प्रदीप अग्रवाल के साथ प्रमुख समाजसेवी राकेश जैन, मुकेश अग्रवाल, हरीश प्रकाशन के हरीश अग्रवाल की उपस्थिति रही। संयोजक एसके मिश्रा ने शाल दुपट्टा डालकर विधिवत स्वागत किया और प्रतिदिन भंडारे में श्रद्धालु प्रसाद लेकर ही प्रस्थान कर रहे हैं। व्यवस्था में लगे रहे समिति के प्रमुख सदस्य श्री योगेश जैसवाल, राधे बाबू, देवेंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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