आगरा। कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगी हुई है। पूरे देश में लॉक डाउन हो चुका है। इस संक्रमण से निपटने के लिए लोगों की सजगता की जितनी जरूरत है उतनी ही व्यवस्थाओं को बनाये रखने के लिए वित्तीय मदद की आवश्यकता है। इस समस्या की गंभीरता को समझते हुए आगरा शहर के कई जनप्रतिनिधि और कई संगठन सामने आए है जिन्होंने अपनी निधि से कोरोना से निपटने के सेनिटाइजर और मास्क के लिए दिये हैं तो कई सरकारी कर्मचारी संगठनों ने अपना एक दिन का वेतन राहत कोष के लिए दिया है।

आगरा लोकसभा सांसद प्रो0 एसपी सिंह बघेल ने जिला अधिकारी को पत्र लिखा है और कहा है कि उनकी सांसद निधि से कोरोना से निपटने के लिए आवश्यक सामग्री के लिए 10 लाख रुपये निर्गत करे। वहीं फतेहपुर सीकरी सांसद राजकुमार चाहर ने भी जिलाधिकारी को पत्र लिखा है और कहा है कि संसदीय क्षेत्र में कोरोना से निपटने के लिए सेनिटाइजर और मास्क की अति आवश्यकता है, इसलिए कोरोना से निपटने के लिए उपकरण खरीदने के लिए अपनी सांसद निधि से 10 लाख जारी करने संस्तुति की है।

इतना ही नहीं फतेहाबाद विधायक ने भी मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर कोरोना के लिए आवश्यक सेनिटाइजर और मास्क खरीदने के लिए निर्गत करने की मांग की है। उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और कहा कि कोरोना से निपटने के कार्यो में संघ भी साथ खड़ा है। इसलिए शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किया है। शिक्षक संघ ने प्रदेश में मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि संबंधित विभागीय आदेश जारी कर मार्च माह से उनके एक दिन का वेतन काट ले।