टॉयलेट एक प्रेम कथा की रील लाइफ कहानी की तरह ही कानपुर देहात के रसूलाबाद की नई नवेली दुल्हन और बाबूपुरवा की शैफाली चक ने रीयल लाइफ में शौचालय के लिए जंग छेड़ दी है। उनका कहना है कि शौचालय बनने पर ही ससुराल जाएंगी।
अजीतगंज, बाबूपुरवा निवासी अनूप चक ने बेटी शैफाली की शादी एक मई को कानपुर देहात के रसूलाबाद के समायु गांव निवासी राकेश कुमार के बेटे प्रवीण से की थी। दो मई को शैफाली विदा होकर ससुराल पहुंची। तीन मई की सुबह उसे खुले में शौच के लिए जाने को कहा गया तो उसने साफ इंकार कर दिया और घर में शौचालय बनवाने के लिए जिद पर अड़ गयी।
पति और ससुराल वालों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने खाना-पीना छोड़कर अपनी जंग तेज कर दी। आखिरकार उसकी इस लड़ाई में उसके पति प्रवीण को उसका साथ देना पड़ा। प्रवीण ने तत्काल शैफाली के पिता अनूप को फोन करके घर बुलाया।
इसके बाद शैफाली को उनके साथ मायके भेज दिया। बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा शैफाली ने कहा कि उन्होंने जब से होश संभाला, कभी शौच के लिए खुले में नहीं गई। शादी के बाद खुले में शौच कैसे जाती।
शैफाली ने कहा कि अब वह सुसराल तभी जाएंगी जब घर में शौचालय बन जायेगा। शैफाली ने बताया कि उसके मायके आने के बाद पति प्रवीण का रोज ही फोन आता है। उन्होंने एक सप्ताह में शौचालय बनवाने की बात कही है। उनका कहना है कि वह शौचालय बनने के बाद ही उसे विदा कराने आएंगे।