उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से शहरी गरीबों को टिकाऊ और आपदारोधी आवास मुहैया करवाने में उत्तर प्रदेश सरकार को कामयाबी मिली है। वहीं सीएम योगी का कहना है कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा।
लाइट हाउस प्रोजेक्ट के बारे में आपको बताते हैं दरअसल लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत लोगों को स्थानीय जलवायु और इकोलॉजी का ध्यान रखते हुए टिकाऊ आवास प्रदान किए जाते हैं। लाइट हाउस प्रोजेक्ट के लिए जिन राज्यों को चुना गया है उनमें त्रिपुरा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट में खास तकनीक का इस्तेमाल कर सस्ते और मजबूत मकान बनाए जाते हैं।
सीएम योगी ने ट्विटर पर लिखा “जिनके पास आवास नहीं है या जर्जर आवास हैं उन्हें टिकाऊ, पर्यावरण अनुकूल व आपदा रोधी तकनीक पर आधारित आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सके, इस दिशा में लाइट हाउस प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा।”
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपने टि्वटर हैंडल के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया उन्होंने आभार जताते हुए कहा कि “आदरणीय PM श्री @narendramodi जी का आवास की योजनाओं को तकनीक से जोड़ने के लिए सादर आभार।”
शुक्रवार को लखनऊ में 131 करोड़ रुपए की लागत की परियोजना लाइट हाउस प्रोजेक्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल रूप से किया गया।आपको बता दें कि देश के 6 राज्यों में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया की नींव भी रखी गई जिसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है।
वहीं 2021 के पहले दिन शिलान्यास कार्यक्रम होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नववर्ष की बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया।इस दौरान आवंटित किए गए आवासों के आंकड़े भी बताए गए अब तक 17 लाख 58 हजार परिवारों को 1- 1 आवास आवंटित किया जा चुका है।
वहीं इस दौरान सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि लखनऊ में पांच टावर्स में 14 मंज़िल में कुल 1040 आवासों को बनाया जाएगा, जो अधिक टिकाऊ, पर्यावरण अनुकूल और भूकंपरोधी रहेंगे।