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आगरा किला के सामने हुआ लाइट एंड साउंड शो, ‘सफर-ए-शहादत’ नाटक की शानदार प्रस्तुति

by admin

Agra. गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों एवं माता गुजरी कौर की शहादत को समर्पित ‘एक शाम गुरु परिवार के नाम सफर ए शहादत’ लाइट एंड साउंड कार्यक्रम का आयोजन आगरा किला के सामने स्थित रामलीला मैदान पर हुआ। गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत से साका सरहिंद तक का वृतांत प्रस्तुत किया गया।

पटियाला से आए रंगमंच के कलाकारों ने गुरु गोविंद सिंह के चारों साहिबजादों की जन्म से लेकर उनकी शहादत तक के सफर को एक नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया। जिसके माध्यम से बताया गया कि छोटे छोटे बच्चों ने प्रलोभन का तिरस्कार करते हुए अपने धर्म को नहीं छोड़ा और मुगलिया शासकों के सामने झुके नहीं। उन्होंने अपना बलिदान तक दे दिया। लाइट एंड साउंड शो कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुद्वारा गुरु का ताल के मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

दो बड़े साहिबजादे बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह द्वारा 10 लाख फौज का सामना करने के लिए मैदान में उतरे। अपने बेहतर रण कौशल से उन्होंने मुगलिया फौज के पसीने छुटा दिए। इस बीच लड़ते लड़ते वो शहादत को प्राप्त हुए लेकिन धर्म की रक्षा के लिए पीछे नहीं हटे। उस वक्त उनके पिता गुरु गोविंद सिंह अपने पुत्रों को एक-एक शहीद होते देख रहे हैं। गुरु गोविंद सिंह की आंखें भी नम हुई लेकिन धर्म की रक्षा के लिए अपने बेटों की शहादत से उनका मस्तक भी गर्व से ऊंचा हो गया।

बड़ा ही मार्मिक दृश्य प्रस्तुत हो रहा था। दोनों छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह के संवाद सुनकर कार्यकम स्थल जयकारों से गुंजायमान होता रहा। जब छोटे साहिबजादे बाबा फतेह सिंह की गर्दन के पास तलवार आई और बड़े साहिबजादे बाबा जुझार सिंह की आंखों मे पानी भर आया। तब बाबा फतेह सिंह ने पूछा- क्या आप मौत के भय से घबरा गए? बाबा जुझार सिंह ने उत्तर दिया- तुम इस संसार मे मेरे बाद आए हो और मुझसे पहले संसार छोड़ कर जा रहे हो, यह सोचकर आँखें भर आईं।

हर रूप में आते हैं भगवान

अभियान संस्था के अध्यक्ष रवि दुबे ने कहा कि गीता में भगवान कृष्ण ने कहा था, ‘जब जब संसार मे धर्म की हानि होगी तब तब मैं अनेक रूपों मे संसार में आऊँगा।’ क्या भगवान कृष्ण उस वक्त श्री गुरु गोविंद सिंह के रूप में नहीं आ सकते हैं। अवश्य आ सकते हैं।

वीर महेंद्र पाल सिंह ने देह शिवा वर मोहे एह शुभ करमन ते कबहूं टरो…का जोशीला गायन किया। शबद के पश्चात पंजाबी रंग मंच के कलाकारों ने पुरातन युद्ध कला का प्रदर्शन कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। यह कार्यक्रम गुरुद्वारा गुरु का ताल एवं सिक्ख समाज के सहयोग से अभियान फाउंडेशन ने कराया।

कार्यक्रम में अध्यक्ष बंटी ग्रोवर के अतिरिक्त संक्रेश शर्मा, भूपेंद्र ठाकुर, कंवल दीप सिंह, गुरमीत सिंह सेठी, पूरन डावर, उपेंद्र सिंह लवली, रानी सिंह, रिक्की शर्मा, गोपाल शर्मा, संदीप राजपूत, प्रशांत दुबे, अनूप मित्तल, रवि भारद्वाज, आलोक शर्मा, रोबिन वर्मा आदि उपस्थित रहे।

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