आगरा। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाने के लाख प्रयास क्यों ना करें मगर भ्रष्टाचार के नए नए मामले रोज सामने आ रहे हैं। हाल ही में भ्रष्टाचार का एक मामला ताजनगरी आगरा में भी सामने आया है। मामला चकबंदी विभाग से जुड़ा है।
एत्मादपुर तहसील के अहारन गांव का रहने वाला यादवेंद्र पालीवाल एत्मादपुर तहसील में तैनात लेखपाल अमरनाथ पर जमीन नापने के एवज में 25000 मांगने का आरोप लगा रहा है। हालांकि पीड़ित यादवेंद्र पालीवाल का कहना है कि चकबंदी कर्मचारी ठीक से काम नहीं कर रहे थे और जमीन नपवाने के लिए उसने लेखपाल अमरनाथ से संपर्क किया। लेखपाल अमरनाथ ने उससे 25000 की मांग की। पीड़ित यादवेंद्र पालीवाल पर लेखपाल का पैसे मांगने का ऑडियो भी है। लेखपाल अमरनाथ ने पहले 17 हजार रुपए ले लिए और बाद में 8000 की मांग और की गई।
पीड़ित किसान का आरोप है कि 25000 लेने के बाद भी लेखपाल अमरनाथ ने कोई काम नहीं किया। भ्रष्टाचारी लेखपाल अमरनाथ की ऑडियो लेकर पीड़ित किसान यादवेंद्र ने जिलाधिकारी आगरा के कार्यालय और चकबंदी विभाग के साथ-साथ मुख्यमंत्री महोदय को ऑनलाइन भी शिकायत की मगर अभी तक लेखपाल अमरनाथ पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। इस मामले में चकबंदी विभाग के क्षेत्राधिकारी से संपर्क किया गया तो चकबंदी विभाग के क्षेत्राधिकारी का कहना है कि पीड़ित किसान यादवेंद्र की शिकायत पर विभाग ने जांच शुरू कर दी है और जांच पूरी होने के बाद ही सारे तथ्य सामने आ पाएंगे और फिर कार्यवाही करने के लिए विभाग बाध्य होगा।
उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार आने के बाद भी कई विभाग ऐसे हैं जो भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। चकबंदी विभाग में तैनात लेखपाल अमरनाथ का ऑडियो भी इसका एक उदाहरण है। पर अब देखना होगा कि पैसे मांगने वाले लेखपाल अमरनाथ पर विभाग क्या कार्यवाही करता है।