आगरा। तहसीलदार कार्यालय में लेखपालों और अधिवक्ताओं में कहासुनी को लेकर झड़प के साथ विवाद मारपीट हो गई। वकीलों पर मुकदमा।
आपको बता दें कस्बा बाह स्थित तहसील परिसर में बुधवार को तहसीलदार कार्यालय पर लेखपाल अधिवक्ता कहासुनी को लेकर आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में विवाद के बाद जमकर मारपीट हाथापाई हो गई थी।
अधिवक्ताओं ने एसडीएम बाह रतन वर्मा से शिकायत कर नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। वहीं लेखपालों ने अधिवक्ताओं पर अभद्रता हाथापाई मारपीट का आरोप लगाया। पूरे मामले को एसडीएम बाह द्वारा शांत करने का प्रयास किया।
दोनों पक्ष थाने पहुंचे और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र देकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई।
लेखपाल संतोष कुमार राजपूत ने आरोप लगाया कि तहसीलदार बाह ने उसे और उसके साथी लेखपाल गगन कुशवाह चेंबर कार्यालय में मिलने को बुलाया। जहां तहसीलदार चेंबर में पहले से अन्य लेखपाल साथी भी मौजूद थे।
तभी कुछ अधिवक्ता गण चंद्रेश यादव, वीरेश तिवारी, अन्य साथियों के साथ आए और न्यायालय में दायर बाद अपने पक्ष में रिपोर्ट लगाने का दबाव बनाने लगे। बिना कुछ सोचे धमकी देकर सभी के साथ मारपीट करने लगे। मारपीट करते हुए घसीटते ले गए जहां अन्य अधिवक्ताओं ने भी मारपीट की किसी तरह भागकर जान बचाई।
वहीं बार एसोसिएशन बाह के अध्यक्ष आनंद प्रकाश पचौरी, अधिवक्ता अखिलेश कुमार तिवारी ने थाने में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि एसडीएम बाह के निर्देशानुसार ठीया बंदी बाद में मौजा भोजपुरा के मामले को लेकर तहसीलदार बाह को आदेशित कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था।
मगर तहसीलदार ने एसडीएम बाह के आदेश का अनुपालन नहीं किया। जिसके बाबत संबंधित अधिवक्ता अखिलेश तिवारी, एवं रामगोपाल पचौरी, राजेश यादव, सुभाष बाबू, धीरेंद्र वर्मा आदि अधिवक्ता बुधवार को तहसीलदार से वार्तालाप करने के लिए गए।
वार्तालाप के दौरान लेखपाल संतोष राजपूत, गगन कुशवाहा, जितेंद्र उपाध्याय, छोटेलाल, यस बेंद्र अविनाश, रामदास शर्मा समस्त लेखपाल एक राय होकर तहसीलदार के कार्यालय में घुस आए और सभी अधिवक्ताओं से अभद्रता गाली गलौज करते हुए धक्के मारकर कार्यालय से बाहर निकाला। जहां लेखपालों ने बुजुर्ग अधिवक्ताओं से हाथापाई की जिसमें अधिवक्ता गिर पड़े और उनके अंदरूनी चोट आ गई। अन्य अधिवक्ता साथियों वह आते देख लेखपाल गण धमकी देकर भाग गए।
एकपक्षीय कार्रवाई से अधिवक्ताओं में आक्रोश
लेखपाल की तहरीर पर पुलिस ने गुरुवार को तीन अधिवक्ताओं के खिलाफ मारपीट व सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। एकपक्षीय कार्रवाई के विरोध में गुरुवार को सभी अधिवक्ता एकजुट हो गए और उन्होंने कलम बंद कर हड़ताल की। तहसील बाह परिसर में हड़ताल धरने पर बैठ गए।
लेखपालों ने की बैठक
इधर लेखपाल भी एकजुट हो गए हैं। उन्होंने तहसील परिसर के मीटिंग हॉल में बैठक की।