आगरा। जीआईसी मैदान में कृषि विभाग की ओर से किसानों के मसीहा रहे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस को किसान दिवस के रूप में मनाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचे सांसद चौधरी बाबूलाल और किसान संघ के प्रान्त अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर और कृषक समृद्धि आयोग सदस्य ऋषि कुमार के संयुक्त रुप से इस कार्यक्रम की शुरुआत की।
किसान दिवस के इस अवसर पर कृषि की पैदावार बढ़ाने और कृषि भूमि को उर्वरक बनाने पर विचार विमर्श किया गया। कृषि अधिकारियों ने किसानों की कृषि संबंधित समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन समस्याओं का निस्तारण भी किया। किसान दिवस के अवसर पर कृषि विभाग की ओर से प्रगतिशील खेती करने वाले किसानों, मच्छीपालन, दुग्ध उत्पादन और पशुपालन में प्रगति करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया। इस सम्मान को पाकर किसानों के चेहरे खिल गए और अपनी इस खेती, दुग्ध व पशुपालन के व्यवसाय को आगे बढ़ाने की बात कही।
सांसद बाबूलाल चौधरी का कहना था कि सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है किसानों को अपनी खेती का लाभ मिल सके इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
भारतीय किसान संघ ब्रजप्रान्त अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर का कहना था कि चौधरी चरण सिंह किसानों के मसीहा थे। उन्होंने किसानों की स्थिति सुधारने के लिए बहुत कार्य किये लेकिन आज किसान की स्थिति दयनीय है। किसान कर्ज में डूबा है। फसल का सही मूल्य नही मिल रहा है ऐसे में किसान कैसे अपनी खेती करे। सरकार से माँग की गयी है कि किसान को उसकी फसल का लाभकारी मूल्य दिलाया जाए और अन्य फसलों की तरह आलू के लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य किसानों को दिया जाए। आगामी फसल पर अन्य फसलों के बीज की तरह आलू के बीज पर भी 60 प्रतिशत अनुदान किसानों को दिया जाए।किसान संघ मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री से मिलकर किसानों की इस मांग को रखेगा। इस दौरान कृषि उप निदेशक डॉ. रामप्रवेश वर्मा, डीडी उद्यान कौशल कुमार नीरज मौजूद रहे।