आगरा। हाल ही में लगातार कुछ दिनों में आसमान से आफत के रूप में बरसे बारिश, ओला और आंधी ने किसान की साल भर की मेहनत को तबाह कर दिया है। किसान अब सरकार की ओर मुंह ताक रहा है कि थोड़ा मुआवजा किसान को मिल जाए जिससे कि उसका जीवन यापन हो सके लेकिन नुकसान का आकलन करने खेतों में पहुंचे जिला कृषि अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर निरीक्षण करते नजर आए।
गौरतलब है कि आगरा सहित कई इलाकों में कल और कुछ दिन पहले ओलों के साथ तेज बारिश तथा आंधी ने किसानों की फसल में जमकर तांडव मचाया है जिससे कुछ किसान जिन की फसल कटी पड़ी थी वह पानी में डूब चुकी है। उन किसानों की फसल जो थ्रेसिंग के बाद खेतों में पड़ी थी और किसानों से ले जाने के लिए इंतजाम कर रहा था तभी आई आंधी में पूरा भूसा तो उड़ ही गया। साथ में जो फसल बची है वह धब्बेदार निकलने की आशंका है। कुल मिलाकर माना जाए तो किसान का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।
आज जिला कृषि अधिकारी डॉ राम प्रवेश तहसीलदार एत्मादपुर के साथ खेतों में जा कर मौका मुआयना करते दिखाई दिए। जब उनसे बात हुई तो उनका कहना था कि एत्मादपुर क्षेत्र में किसान का नुकसान नहीं हुआ है हल्का बहुत नुकसान है जो कि सरकारी मुआवजे की जद में नहीं आता है क्योंकि सरकार द्वारा मुआवजा किसानों को तभी दिया जाता है जब 30% से अधिक नुकसान होता है।
एत्मादपुर क्षेत्र के कई किसानों से हमने बात की तो उनका कहना था कि नुकसान तो एत्मादपुर के हर क्षेत्र में हैं लेकिन कुछ क्षेत्र तो ऐसे हैं जहां 50% से ज्यादा नुकसान हैं। लेकिन जिला कृषि अधिकारी जो निरीक्षण कर रहे हैं वह सिर्फ एक खानापूर्ति है उनकी मंशा किसानों को मुआवजा दिलाने की तो बिल्कुल नहीं है।
वही जब इस संबंध में एत्मादपुर विधायक डॉ राम प्रताप सिंह चौहान से बात हुई तो उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार हर दुख और सुख में किसानों के साथ है। हाल ही में हुए किसान के नुकसान के लिए जिला कृषि अधिकारी अधिकारी और तहसीलदार की टीम मौका मुआयना कर रही है जो किसान का नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश की जाएगी।
एत्मादपुर से दीपक बघेल के साथ पवन शर्मा की रिपोर्ट