Agra. आगरा शहर में शहर कांग्रेस कमेटी की वास्तविक स्थिति का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की प्रथम वर्षगांठ थी। इस उपलक्ष्य में 11 बजे भारत जोड़ो यात्रा निकाली जानी थी। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साथ प्रदेश कमेटी से जुड़े कई पदाधिकारी समय से पहुँच गए लेकिन न तो शहर अध्यक्ष कार्यालय पहुँचे और न ही कार्यालय का शटर खुला। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बंद कार्यालय की फोटो खींची और हाई कमान को भेजने की बात कही।
राहुल गांधी पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए है। इसके लिए उन्होंने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक पैदल भारत जोड़ो यात्रा निकाली। इस यात्रा की आज वर्षगांठ थी जिसे लेकर जगह जगह रैली-कार्यक्रम आयोजित कर इस वर्षगाँठ को मनाए जाने की जोर शोर से तैयारी की गई। लेकिन आज भी कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से कार्यक्रम 11 बजे होना था जिसकी जिम्मेदारी शहर अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह चिल्लू की थी लेकिन कार्यक्रम तो छोड़िए समय से शहर कांग्रेस का कार्यलय तक नहीं खुला। शहर अध्यक्ष भी मौजूद नहीं थे। प्रदेश नेतृत्व के पहुँचने पर फोन खटकने लगे तो शहर अध्यक्ष हरकत में आये। कमेटी के अन्य पदाधिकारियों को फोन हुए। तब 11:30 बजे चाबी आई। कार्यालय का ताला खुला सभी लोग अंदर बैठे और उसके कुछ देर बाद शहर अध्यक्ष कार्यालय पहुँचे। लगभग 12 बजे भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की।
कांग्रेसियों ने जताई नाराजगी
11 बजे तक शहर कांग्रेस कार्यालय का ताला न खुलने पर काफी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त की। तय कार्यक्रम के प्रति अध्यक्ष के गंभीर न होने पर कांग्रेस के काफी कार्यकर्ताओं ने नाराजगी व्यक्त की। सभी ने बंद कार्यालय के साथ तस्वीर खिंचवाई और फिर उसे हाई कमान को भेजने की बात कही।
यात्रा का रूट भी वही पुराना
कांग्रेस पार्टी की ओर से भारत जोड़ो यात्रा का जो रूट तय किया गया वह रूट भी पुराना था। शहर कांग्रेस कार्यालय से शुरू हुई यात्रा धाकरन से मंटोला, मंटोला से बिजली घर चौराहे पहुंची। किसी भी कार्यक्रम के लिए कांग्रेस का यह रूट हमेशा तैयार रहता है क्योंकि यही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गढ़ है और मुस्लिम बहुल क्षेत्र भी जहां पर कांग्रेस कार्यकर्ता रहते हैं या फिर वह मुस्लिम बहुल क्षेत्र है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर कांग्रेस पार्टी अभी तक नए लोगों को जोड़ने में कितना सक्षम हो पाई है कि वह नया रूट भी तैयार नहीं कर पाई।