लखनऊ। बारांबकी जेल में नींबू घोटाले में शासन ने जेल अधीक्षक व डिप्टी जेलर समेत दो बंदीरक्षकों को निलंबित। कारागार मंत्री ने किया था निरीक्षण।
बारांबकी जेल में मंगलवार को कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति अपनी पूरी टीम के साथ पहुंचे थे। जेल का गेट खुलते ही वह सीधे अंदर चले गए। वह करीब ढाई घंटे तक बंदियों के बीच में रहे। इस बीच जेल अधिकारियों को हिदायत दी कि वे अंदर न आएं। बाहर दफ्तर में ही उनका इंतजार करें। इसके बाद मंत्री ने अपनी टीम के साथ जेल में सभी जगहों का निरीक्षण किया। बंदियों से बात की। बताया जा रहा है कि बंदियों ने जेल कर्मियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। भोजन ठीक न देने की बात भी कही।
जेल में किया भोजन
उन्होंने भोजन घर, कैंटीन, अस्पताल आदि का हाल भी देखा। विभिन्न बैरकों में रहने वाले बंदियों से अलग—अलग बात की। महिला बंदियों से भी बात की। इसके बाद मंत्री ने बंदियों के साथ ही भोजन किया। इसका वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। इसके बाद मंत्री सीधे जेल से निकले और गाड़ी में बैठकर लखनऊ की ओर रवाना हो गए। उन्होंने किसी भी अधिकारी से कोई बात नहीं की।
क्या कमी मिली, यह भी नहीं बताया
बताया जा रहा है कि मंत्री ने जेल में क्या कमी मिली, और निरीक्षण में क्या खामियां थीं, यह भी नहीं बताया।
बता दें कि इसी जेल में नींबू घोटाला हुआ था। तीन महीने में बंदियों के बीच 36 क्विंटल नींबू खपा दिए गए थे। इसकी कीमत लाखों रुपये की थी। करीब एक महीने पहले इसका खुलासा हुआ था। तब डीजी जेल आनंद कुमार ने जांच डीआईजी जेल प्रशासन संजीव त्रिपाठी को सौंपी थी।
शासन ने लिया संज्ञान
इधर, शासन ने इस मामले का संज्ञान लिया। मंगलवार को मंत्री के निरीक्षण के बाद बुधवार शाम को जेल अधीक्षक हरिबक्श सिंह, डिप्टी जेलर आशुतोष मिश्रा, जेल वार्डन राजेश भारती व सुरेश कुमार को निलंबित कर दिया गया। एक मीडिया वेबसाइट के मुताबिक, इसकी पुष्टि डीजी जेल आनंद कुमार ने की है।
नोट फोटो सोशल मीडिया से लिया गया है।
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