अलीगढ़। सीएए और एनआरसी का विरोध किसी भी वक्त रेलवे ट्रैक पर उतर सकता है। रेलवे के खुफिया सूत्रों ने इसकी संभावना जताई है जिसके बाद से रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। आरपीएफ और जीआरपी ने इसे गंभीरता से लिया है और किसी भी हाल में रेलवे ट्रैक बाधित न होने देने की कवायदों में जुटी हुई है।
आपको बताते चले कि अलीगढ़ में बीती नौ दिसंबर से लगातार सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन जारी हैं। इस प्रदर्शन के दौरान कई उपद्रव भी हो चुके हैं। इन सभी प्रदर्शनों और जेएनयू छात्र नेता शरजील इमाम के बयान को ध्यान में रखकर रेलवे के खुफिया तंत्र ने ट्रैक ठप कर धरना प्रदर्शन होने की आशंका जाहिर की है। खुफिया तंत्र को आशंका है कि प्रदर्शनकारी मुस्लिम बस्तियों के पास से गुजरने वाले ट्रैक वाले स्थान को प्रदर्शन कर वीआईपी ट्रेनों को रोक सकते हैं।
खुफिया तंत्र से इनपुट मिलने के बाद हरकत में आए आरपीएफ ने रेलवे ट्रैक के किनारे रहने वाले लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा कर चेतावनी देनी शुरू कर दी है। इस नोटिस के माध्यम से ट्रैक पर किसी प्रकार का अतिक्रमण, गंदगी, पशुओं को खड़ा न करने की हिदायत दी है। अगर कोई भी व्यक्ति अगर ऐसा करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस नोटिस में ये भी लिखा है कि अगर कोई भी व्यक्ति गलत गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ रेलवे एक्ट की धाराओं सहित रासुका के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
शनिवार शाम से रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने इस अभियान की शुरूआत कर दी है जो लगातार चल रहा है और रेलवे ट्रैक किनारे रहने वाले लोगों को जागरूक करने के साथ इस नोटिस को उनके घरों पर चस्पा किया जा रहा है। अब तक यह नोटिस सैकड़ों घरों पर चस्पा कर दिया गया है। इन नोटिसों में आरपीएफ अलीगढ़ इंस्पेक्टर के दो नंबर भी दिए गए हैं। इसमें कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की गलत गतिविधि की सूचना दे सकता है। नोटिस पर साफ तौर पर लिखा है कि सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। आरपीएफ ने मुस्लिम इलाकों में अपनेे मुखबिरों को भी सक्रिय कर दिया है।
अलीगढ़ आरपीएफ पोस्ट कमांडर चमन सिंह तोमर ने बताया कि रेल पटरी से लोगों को दूर रखने के लिए उन्हें बतौर चेतावनी जागरूकता अभियान चलाकर घरों पर नोटिस चस्पा किए जा रहे हैं।