आगरा। मोहब्बत की निशानी ताजमहल एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार भी मामला नारेबाजी से जुड़ा है लेकिन अभी तक राजनैतिक नारे इस ताज में सुनाई दिए लेकिन अब मामला पाकिस्तान के नारों से जुड़ा होने से गरमा रहा है। ताजमहल में चल रहे तीन दिवसीय उर्स के समापन के दौरान चादर पोशी के लिए गए एक ग्रुप के कुछ लोगों की ओर से ताजमहल के अंदर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। युवकों की ओर से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पट वायरल हुआ था। जिसने सीएसाईएफ और एएसआई की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए है। ताज के अंदर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे गूँजने से हिंदूवादी संगठनो में रोष व्याप्त है।
शुक्रवार को हिंदूवादी नेता इस मामले को लेकर ताजगंज थाने पहुँचे जहाँ हिंदूवादी नेताओं ने ताज के अंदर हुई इस घटना की निंदा करते हुए इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ तहरीर देते हुए इन लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
हिंदूवादी नेता दिग्विजय तिवारी का कहना था कि शाहजंहा के उर्स के समापन पर एक बार फिर देशविरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया गया। चादर पोशी के लिए गए एक ग्रुप जिसका नेतृत्व बॉबी खान कर रहे थे उस ग्रुप में शामिल मुश्लिम युवकों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर एक बार फिर फिजा खराब करने का प्रयास किया है। इन सभी लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा लिखाया गया है जिसमे बॉबी खान को नामजद किया गया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ताज के अंदर पाकिस्तान जिंदाबाद मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। हिंदूवादी नेताओं ने नामजद तहरीर दी है। वीडियो में देखा जाएगा कि जिसके नाम नामजद तहरीर दी है अगर जांच में वो युवक पाया जाता है तो कार्यवाही होगी। फिलहाल पुलिस इस वीडियो के आधार पर अपनी कार्यवाही में जुट गई है।