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आईआईबीएक्स के रूप में मिला भारत को वैश्विक बाजार

by pawan sharma

• इब्जा कॉन्क्लेव आगरा में विभिन्न सर्राफा एसोसिएशन ने लिया भाग
• सर्राफा बाजार के लिए सरकारी योजनाओं से लेकर वैश्विक बाजार में व्यापार करने के लिए दिए टिप्स

आगरा। 2023 में भारत का पहला इंडियन इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंस (आईआईबीएक्स) बनने से भारत के सर्राफा व्यापार को वैश्विक बाजार मिला है। विश्व के सभी देशों में सोने व चांदी के आयात व निर्यात के रास्ते खुलें हैं। भारत के सर्राफा व्यापारियों को इसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए। भारत में चांदी की ज्वैलरी की 70 फीसदी मैन्यूपैक्चरिंग आगरा में होती है। भविष्य में भारत का चांदी का व्यापार विश्व स्तर पर सोना साबित होगा। बशर्ते सही व योजनाबद्ध तरीके से वैश्विक बाजार में उतरा जाए। यह जानकारी सर्राफा बाजार से जुड़े विशेषज्ञों ने आज वैश्विक स्तर पर भारत के सर्राफा बाजार को मजबूती दिलाने के उद्देश्य से आज संजय प्लेस स्थित होटल होली-डे-इन में इब्जा कॉनक्लेव आगरा में व्यापारियों के साथ साझा की। कॉनक्लेव का आयोजन इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन, आगरा सर्राफा मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन, आगरा सर्राफा एसोसेशन व श्री सर्राफा कमेटी आगरा के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ सभी पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्ललित कर किया। बताया कि 2023 से पहले भारत के सर्राफा व्यापारी लंदन बुलियन एक्सचेंज पर निर्भर थे व अन्य देशों में सोने चांदी का निर्यात भी नहीं कर सकते थे। एमएसएमई के नेपाल जी ने पीएमएस स्कीम के बारे में जानाकरी देते हुए बताया कि कैसे अपने उत्पाद की प्रदर्शनी करके व्यापार को बढ़ाया जा सकता है। देश विदेश में प्रदर्शनी के लिए भारत सरकार अनुदान भी प्रदान कर रही है। जिससे छोटा व्यापारी बी सुगमता से विश्व स्तर पर अपना व्यापार कर सके। इब्जा के राष्ट्रीय सचिव (मुम्बई) सुरेन्द्र मेहता ने सर्राफा बाजार की सरकारी योजनाओं व समस्याओं के निवारण के बारे में जानकारी दी। इब्जा के नार्थ इंडिया हेड अनुराग रस्तोगी ने बताया कि एक छोटा ज्वैलर किस प्रकार कॉरपरेट जगत से प्रतिस्पर्धा करने के लिए हॉलमार्क को पूरी तरह अपनाकर भारत सरकार की नियमावली को पालन करते हुए समय की चाल के साथ खुद को नए बदलाव की ओर अग्रसर करे।

इस अवसर पर मुख्य रूप से इब्जा के राष्ट्रीय सचिव सुरेन्द्र मेहता, नार्थ इंडिया हेड अनुराग रस्तोगी, आईआईबीएक्स के निदेशक असोक गौतम, एसएसआई के निदेशक श्रीकांत, अस्मा के अध्यक्ष बृजमोहन रैपुरिया, आगरा सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नितेश अग्रवाल, इब्जा के अध्यक्ष धीरज वर्मा, इब्जा के निदेशक निर्मल जैन, शीतल जैन, श्रीसर्राफा कमेटी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता, ज्वैलर्स एसोसिएशन बैंगलोर के उपाध्यक्ष सुरेश कुमार गन्ना, इब्जा के स्किल डवलपमेंट प्रदेशाध्यक्ष प्रभात अग्रवाल, भारतीय मानक ब्यूरो से तरुण दीक्षित, सोमदत्त सोनकर आदि उपस्थित थे।

भविष्य में सोना साबित होगा भारत की चांदी का व्यापार
इब्जा के राष्ट्रीय स्किल्ड डवलपमेंट काउंसिल के निदेशक मनोज पुण्डीर ने कहा कि चांदी व्यापार में योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने की आवश्यकता है। आने वाले समय में भारत का चांदी व्यापार भविष्य का सोना साबित होगा। युवाओं में फैशन ज्वैलरी में सबसे अधिक चांदी की ज्वैलरी को पसंद किया जा रहा है। युवाओं के बजट में आने के कारण विश्व में चांदी की फैशन ज्वैलरी की ज्यादा डिमांड है। भारत में 70 फीसदी चांदी की ज्वैलरी की मैन्यूफैक्चरिंग एशिया के सबसे बड़ी मंडी आगरा में हो रहा है, जिसे आर्गनाइज्ड करके भारत के सर्राफा बाजार को नई दिशा दी जा सकती है।

योजनाओं में हुए संशोधन के बारे में दी गई जानकारी
भारतीय मानक ब्यूरो नोयडा के अधिकारी तरुण दीक्षित ने 1 जनवरी 2024 से भारतीय मानक ब्यूरों की पॉलिसी में हुए संशोधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि ज्वैलर्स को अपनी दुकान में डिस्प्ले बोर्ड में भारतीय मानक बोर्ड के रीजनल ऑफिस का पता अवश्य लिखें। बीआईएस केयर एप व रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट लगाना आवश्यक है। हर ज्वैलर को सोने की ज्वैलरी बिल करते समय ज्वैलरी का विवरण व संख्या लिखना आवश्यक है।

मुम्बई में 7-10 जून को प्रदर्शनी, विदेशी विजिटर भी लेंगे भाग
एसएसआई (सिल्वर शो ऑफ इंडिया) के निदेशक श्रीकांत अर्श ने बताया कि 7-10 जून 2024 तक जीओ वल्र्ड कनवेन्सन सेंटर मुम्बई में प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 18 हजार घरेलू विजिटर व 28 देशों के 282 विदेशी विजिटर भी भाग ले रहे हैं।

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