आगरा। वन्यजीव संरक्षण को बेहतर स्तर पर बढ़ावा देने के लिए वाइल्ड लाइफ एसओएस ने वन विभाग उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर भारत का पहला हाथियों का अस्पताल वाइल्ड लाइफ एसओएस के ही मथुरा स्थित हाथी संरक्षण केंद्र के नज़दीक बनाया है, जहाँ पर घायल और बीमार हाथियों का उपचार किया जाएगा। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस अस्पताल का उद्घाटन आगरा के कमिशनर अनिल कुमार ने किया। इस दौरान जिलाधिकारी, मथुरा सर्वज्ञ राम मिश्रा, वन संरक्षक, आगरा जावेद अख्तर, डीएफओ मथुरा अरविंद कुमार, उप-वन संरक्षक, चम्बल प्रोजेक्ट्स ऐ.के श्रीवास्तव, हेल्प आगरा और सत्यमेव जयते ट्रस्ट के संस्थापक मुकेश जैन एवं सुप्रीम कोर्ट मोनिटरिंग कमेटि के सदस्य रमन मौजूद रहे।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक कार्तिक सत्यनारायण और गीता शेषमणि ने कमिशनर आगरा को हाथी अस्पताल का दौरा कराया और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की विस्तृत जानकारी दी।
कमिशनर आगरा अनिल कुमार का कहना था कि आगरा अब ताजमहल के साथ साथ एलीफैंट हॉस्पिटल के लिए भी जाना जाएगा। इसके लिए वाइल्डलाइफ एसओएस बधाई के पात्र हैं जिन्होंने भारत में पहला हाथियों का अस्पताल खुलवाया। इस अस्पताल में घायल और बीमार हाथियों का इलाज हो सकेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रियाए दी और कहा कि यह गर्व की बात है कि हाथियों के उपचार के लिए अस्पताल बनाया गया है। मैं उत्तर प्रदेश के चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन और वन विभाग को बधाई देती हूं जिन्होंने वाइल्डलाइफ एसओएस के साथ मिल कर हाथियों के संरक्षण और रख रखाव के लिए इस अस्पताल की स्थापना की।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि यह भारत का पहला हाथी अस्पताल है जो करीब 12,000 स्क्वायर फ़ीट में फैला हुआ है। जिसमें हाथियों के के उपचार के लिए वायरलेस डिजिटल एक्स-रे, लेज़र ट्रीटमेंट, डेंटल एक्स-रे, थर्मल इमेजिंग, हाइड्रोथेरेपी, अल्ट्रासोनोग्राफी आदी जैसी आधुनिक मशीनें है। ट्रीटमेंट में चल रहे हाथी की देख रेख के लिए आधुनिक तकनीक के क्लोज्ड सर्किट इंफ़्रा रेड सीसीटीवी कैमरे लगे है।