- बोले, सोच स्पष्ट हो तो संवेदनशील विषय पर फिल्म बनाना हो जाता है आसान
- द केरला स्टोरी ने पांच सौ करोड़ कमाए पर अवार्ड शो में नहीं किया गया फिल्म को आमंत्रित तक
- स्पाइसी शुगर की संस्थापक अध्यक्ष पूनम सचदेवा ने टटोला मन, पूछे फिल्म और व्यक्तिगत जीवन के सवाल
- डंकी, केसरी जैसी फिल्मों में सुपर स्टारों को टक्कर देने वाले विक्रम कोचर से भी हुयी रोचक बात, सदस्याओं ने पूछे सवाल
आगरा। द कपिल शर्मा शो की तर्ज पर सजा द स्पाइसी शुगर का मंच। फतेहाबाद रोड स्थित होटल आइटीसी मुगल में संस्था द्वारा एक शानदार शाम जरा हट के का आयोजन किया गया। जैसा नाम वैसी शाम सजी थी। समाज को द केरला स्टोरी जैसी कालजयी फिल्म देने वाले डायरेक्टर सुदीप्तो सेन और तमाम बड़े सितारों के साथ सिल्वर स्क्रीन शेयर कर अपने सशक्त अभिनय से पहचान बनाने वाले विक्रम कोचर ने स्पाइसी शुगर की शाम को मनोरंजक बनाया।
शो की मेजबान और संस्था की संस्थापक पूनम सचदेवा ने द्वय अतिथियों का स्वागत किया। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल, डॉ सलोनी बघेल और पूनम सचदेवा ने दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। अपने अलहदा अंदाज में पूनम सचदेवा ने अतिथियों का परिचय दिया। इसके बाद एक के बाद एक सवालों के गोले दागे। पूनम सचदेवा ने सर्वप्रथम सुदीप्तो सेन से प्रश्न किया कि बंगाली बहुत ही मीठी भाषा है, बंगाली मिठाइयों भी बहुत सुस्वाद होती हैं क्या भाषा की मीठास के पीछे यही कारण है, तो इस पर सुदीप्तो ने कहा ये पूरा सत्य नहीं है। बंगाल में सबकुछ मीठा नहीं है, बहुत कुछ कड़वा भी है।
कालजयी फिल्म का दर्जा प्राप्त कर चुकी द केरला स्टोरी की सफलता के लिए सुदीप्तो सेन का अभिनंदन संस्था की ओर से किया गया। पूनम सचदेवा ने पूछा कि आपने डॉक्यूमेंट्री फिल्म से करियर की शुरुआत की थी। अब तक सबसे सफल फिल्म द केरल स्टोरी रही जबकि उसके बाद आई फिल्म बस्तर ने वो सफलता प्राप्त नहीं की। क्या निराशा नहीं होती? इस पर सुदीप्तो ने कहा कि दर्शक कब किस विषय को पसंद कर लें और किस को नहीं ये कहा नहीं जा सकता। लेकिन द केरला स्टोरी बनाने का उद्देश्य फिल्म की कमायी से ज्यादा उसका विषय था। मैंने केरला स्टोरी देश और देश की महिलाओं के लिए बनाई थी।
द केरला स्टोरी बनाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा, प्रश्न पर सुदीप्तो ने कहा कि फिल्म निर्माण से अधिक फिल्म रिलीज के बाद ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा। फतवे जारी हो गए। मेरा सिर कलम करने का इनाम एक करोड़ रखा। हद तो ये है कि फिल्म ने पांच सौ करोड़ की कमाई की लेकिन अवॉर्ड शो में द केरला स्टोरी की आमंत्रित तक नहीं किया गया।
पूनम ने पूछा कि रीयल लाइफ पर रील लाइफ कम ही बनती हैं, क्या द केरला स्टोरी जैसे विषय पर फिर फिल्म देखने को मिलेगी? इस पर उन्होंने अपने आगामी प्रोजेक्ट के बारे में बताया। कहा कि सत्य हमेशा दिल में जगह बना लेता है। इसलिए अब हर फिल्म समाज के छुपे सत्य का आइना बनेगी। केंद्रीय मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल ने कहा कि समाज की सत्यता पर आधारित फिल्में बनती रहनी बहुत आवश्यक हैं।
विक्रम कोचर बोले, स्वयं आत्मविश्वास दिलाता है सफलता
इसके बाद प्रश्नों की मिसाइलें अभिनेता विक्रम कोचर की ओर मोड़ दी गयीं। पूनम सचदेवा ने पूछा कि एनएसडी के छात्र को फिल्म इंडस्ट्री में कितना फायदा मिलता है। विक्रम ने कहा कि एनएसडी आपको अभिनय का आधार देती है लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में सफलता आपके उस आधार के आत्मविश्वास पर आधारित होती है। राजकुमार हिरानी के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा? विक्रम बोले कि राजकुमार हिरानी अपने आप में एक विश्वविद्यालय हैं। केसरी या डंकी में से किस फिल्म में काम करा अच्छा लगा? दोनों ही फिल्में अलग− अलग विषय पर आधारित थीं। एक फिल्म देशभक्ति पर आधारित तो दूसरी देश से पलायान पर। दोनों ही दिल के करीब हैं। शाहरुख खान और अक्षय कुमार जैसे मंझे हुए कलाकारों से क्या सीख मिली? विक्रम ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि दोनों ही कलाकार अपने किरदार को शिद्दत से जीते हैं, इसलिए हर फिल्म उनकी छाप छोड़ती है। युवाओं को क्या संदेश देना चाहेंगे? मेहनत कीजिए और जीवन का लक्ष्य तय कीजिए। सफलता खुद आपके पास आएगी।
केरल में लाखों लड़कियां लव जिहाद की शिकार
सुदीप्तो सेन ने बताया की द केरला स्टोरी में चार लड़कियों की कहानी बयां की गई है। सच्चाई ये है कि केरला में लाखों लड़कियां लव जिहाद की शिकार हैं। हैरत कि बात है इसमें बड़ी संख्या उच्च शिक्षा प्राप्त लड़कियों की ज्यादा है। वहां का माहौल ऐसा है कि हमें गुर्रिला शूटिंग करनी पड़ी थी।
गंभीर चिंतन के संग लगा मनोरंजन का तड़का
एक शानदार शाम जरा हट के, में गंभीर चिंतन मनन संग मनोरंजन का तड़का भी लगा। विक्रम कोचर ने अपने अभिनय से सदस्याओं का मनोरंजन भी किया और फिल्मों पर आधारित रोचक खेल भी करवाए। शो के दौरान शिल्पा माहेश्वरी बसंती और गंगू बाई के रोल में खूब गुदगुदाती भी रहीं।
ये रहीं उपस्थित
कार्यक्रम में चांदनी ग्रोवर, पावनी सचदेवा, शिखा जैन, सिमरन अवतानी, आशिमा, रिंपी, प्रीति, मैंडी, अंशुल, नीरू, जिज्ञा, नेहा, ज्योति, रेनू आदि उपस्थित रहीं।