आगरा श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर, सेक्टर 7 आवास विकास कालोनी, सिकंदरा में सिद्ध चक्र महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ के सातवें दिन आज संगीतकार राजेश शाह बांसवाड़ा राजस्थान ने इंद्र और इंद्राणी बने महिला पुरुषों ने श्रीजी के गीतों पर नृत्य किया। विधान की सभी क्रियाएं पंडित अरुण शास्त्री ने मंत्रोचार के साथ पूर्ण कराई। श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान में इन्द्र – इंद्राणी द्वारा 512 अर्घ्य चढ़ाये गये। श्रीजी की शांति धारा कर विश्व शांति समृद्धि व मानव कल्याण की प्रार्थना की गयी।
पंडित किरण प्रकाश ने बताया कि गुरु उपासना हर श्रावक का कर्तव्य है। गुरु उपासना में अपने गुरुओं को शास्त्र दान, आहार दान देना हर श्रावक के लिए जरूरी है। साधु तो सर्दी, गर्मी, बरसात में साधना में रत रहते हैं। वेदी, सिंहासन की सफाई करना भी देव पूजा है। हमें जीवन में कभी भी गुरुओं की निंदा नहीं करनी चाहिए।
इसके बाद श्री जी की 108 दीपकों से आरती हुई, उसके रात्रि को एक शाम प्रभु के नाम का भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें आदित्य, सोनू, श्रेया जैन, उन्नति जैन, ख्ख्याति जैन, राजेश शाह ने सुरीली आवाज में एक से बढ़कर एक भजन सुनाए। नमोकार मंत्र है प्यारा जिसने है लाखो का तारा, सजा दो गुलशन का सरकार आते है, नमो विघ्न करता नमो नमो ….. देवा देवा आज प्रभु कि भक्ति का रंग के चलना..श्रोताओं ने भजनों का आनंद लिया। सभी संगीतकारों का सम्मान किया गया।
इस मौके राकेश जैन पैंट, राहुल जैन, रवि जैन, अमित जैन तहसील, वैभव जैन, सिद्धार्थ जैन, जीतेश जैन, आलोक जैन, विपिन जैन मीडिया प्रभारी राहुल जैन, सकल जैन समाज और महिला मंडल मौजूद रहे।