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आईजी आगरा की मेहनत लाई रंग, बच गए निर्दोष

by admin

आगरा। एत्मादपुर में सिकंदरा के ककरैंठा की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना झूठी निकली है। बीए की छात्रा ने एक युवक के साथ मिलकर चार लड़कों को फंसाने की नीयत से यह झूठी कहानी बनाई थी। हैदराबाद में हुए गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद से जहां पूरे देश में उबाल है तो वहीं इन घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन बेहद संजीदा नजर आ रहा है। यही कारण है कि बीते बुधवार को जैसे ही एत्मादपुर में छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई तो आईजी आगरा रेंज ने इस मामले को गंभीरता से लेकर त्वरित कार्रवाई की और टीम बनाकर इस घटना के जल्द खुलासे का दबाव बनाया। जिसके बाद कुछ ही घंटों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छात्रा की इस झूठी कहानी की पोल खोल दी।

महिला पुलिस अधिकारी ने छात्रा से लंबी बात की और छात्रा ने गैंगरेप की जो कहानी बताई थी उसी पर उससे कई सवाल किए। पुलिस अधिकारी ने छात्रा के भाई से भी बात की जिसके बाद से ही कहानी में झोल सामने नजर आने लगा। पुलिस अधिकारी ने छात्रा के भाई से चारों आरोपित के बारे में पूछा तो भाई ने किसी को भी पहचानने से इंकार कर दिया। छात्रा ने बयान में बताया था कि वह एक कोचिंग सेंटर में पढ़ पढ़ने जाती है। जब कोचिंग सेंटर के मालिक से बात की तो उसने अपने यहां छात्रा के पढ़ने से मना कर दिया।

वहीं दूसरी ओर आरोपित युवकों में से एक के परिचित ने पुलिस को एक ऑडियो क्लिप मुहैया कराई जिसके बाद से झूठी कहानी का पर्दाफाश हो गया और यह सामने निकल कर आया कि अनिल नाम की एक युवक ने छात्रा के साथ मिलकर चारों युवकों को सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में फंसाने की साजिश रची थी। रात 12 बजे तक छात्रा से चली पूछताछ में जब पुलिस अधिकारी ने ऑडियो क्लिप के बारे में उसे बताया तो छात्रा टूट गई और उसने झूठी साजिश रचाने का कबूल नामा किया।

छात्रा ने पुलिस अधिकारियों से माफी मांगते हुए कहा कि उससे गलती हो गई। वह दोबारा ऐसा नहीं करेगी। अनिल के कहने पर ही उसने यह पूरी साजिश रची थी। अब उसे पछतावा हो रहा है। उसे नहीं मालूम था कि उसकी इस गलती से उन 4 लोगों की जिंदगी तबाह हो जाती।

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