आगरा। 16 दिसंबर 1971का यह वो दिन हे जिसे भारत के वाशिंदे और भारत की सेना भुला नहीं सकती है। यह दिन भारत के इतिहास में गौरव व विजय दिवस के रूप में दर्ज है। इस दिन भारत की पराक्रमी सेना ने पाकिस्तान की सेना को युद्ध में हराकर घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया और पाकिस्तान सेना के 97,368 सैनिकों को भारत की सेना के आगे आत्मसमर्पण के लिए विवश कर दिया था।
इतिहास का यह एक बिरला ही उदाहरण है। इस गौरवशाली दिवस को पूरा भारत और भारतीय सेना विजय दिवस के रूप में मानती है तो वही हिन्दू जागरण मंच ने इसे विजय दिवस के रूप में मानते हुए भारतीय सेना के सम्मान में पूरे सैन्य क्षेत्र के साथ सदर मार्किट और स्टेडियम होते हुए आगरा कैंट चौराहे पर विजय जुलूस का समापन किया। इस विजय दिवस के दौरान सेना के जवानों से भी मुलाकात की और सभी को माला पहनाकर सम्मान किया गया।
पूरे जुलूस के दौरान भारतीय सेना जिंदाबाद, भारतीय सैनिक जिंदाबाद, हिन्दुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से गूंज रहा था। विजय जुलूस में हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अमित चौधरी, मनोज चौहान, सतीश कुशवाह,जैकी कुशवाह, भोला कुशवाह, जितेंद्र धाकड़, अरुन पंडित, प्रवीण राणा, पारस कुमार, अतुल बघेल, प्रदीप बघेल, दीपक बाजल, अमन राणा, संतोष कुशवाह, सुभाष कुशवाह, संदीप कुशवाह, प्रतीक वर्मा, केशव, प्रमोद, कुलदीप, मीत मालानी, आदि राष्ट्र रक्षक उपस्थित रहे।