आगरा। थाना सदर क्षेत्र में स्थित कम्पनी गार्डन में आगरा डायबिटिक फोरम द्वारा (आईएमए, आईएसीएम, सीडीआरएस, दिशा संस्था के सहयोग से) विश्व मधुमेह दिवस पर डायबिटीज जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में शहर के जाने-माने चिकित्सकों ने भाग लिया। आगरा डायबिटिक फोरम की ओर से इस शिविर की शुरुआत की गई इस शिविर में लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और लगभग 500 लोगों की ब्लड शुगर व 145 लोगों की एचबीए-1सी (तीन माह की औसत जांच) की गई। संस्था की ओर से मरीजों के लिए शुगर फ्री चाय का भी आयोजन किया गया था जिसका लोगों ने बढ़ चढ़कर लुफ्त उठाया।
नीले गुब्बारे उड़ाकर कैम्प का शुभारम्भ
कम्पनी गार्डन में आयोजित डायबिटीज कैम्प का शुभारम्भ नीले व सफेद रंग के गुब्बारे उड़ाकर किया। नीले रंग के गुब्बारे इस बात का प्रतीक हैं कि पृथ्वी पर डॉक्टर सभी के साथ मिलकर डायबिटीज के खात्मे के लिए प्रयासरत हैं।
मरीजों के प्रश्नों का दिया जवाब
इस शिविर के दौरान जन जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था। लोगों ने डायबिटीज से संबंधित कई प्रश्न पूछे जिनका आगरा डायबिटिक फोरम के सचिव डॉ. सुनील बंसल सहित अन्य डॉक्टरों ने जवाब दिया और लोगों की जिज्ञासाओं को शांत किया। इतना ही नहीं लोगों में डायबिटीज क्यों बढ़ रही है छोटे-छोटे बच्चे डायबिटिक का क्यों शिकार हो रहे हैं इसकी भी जानकारी दी गई।
जीवन शैली में बदलाव से बढ़ी समस्या
चिकित्सकों ने बताया कि खाने से आजकल खाने से पौष्टिकता गायब हो गई है। जीवन शैली बदल रही है। उठने और जागने के समय में बदलाव तनाव को बढ़ा रहा है। हम हर काम रिमोट से करना चाहते हैं। गलत जीवनशैली, खान-पान और मोटापा तीन मुख्य बातें हैं जो डायबिटीज के रोगियों की संख्या में इजाफा कर रहीं हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से एडीएफ के कोषाध्यक्ष डॉ. अतुल कुलश्रेष्ठ, आईएमए के अध्यक्ष डॉ. राजीव उपाध्याय, डॉ. वीरेन्द्र खंडेलवाल, डॉ. अरुण चतुर्वेदी, डॉ. अशोक शिरोमणी, डॉ. केके विश्वानी, डॉ. प्रभात अग्रवाल, डॉ. आशीष गौतम, डॉ. राशिका बंसल आदि उपस्थित रहे।