फतेहाबाद के वरिष्ठ चिकित्सक डा. हर्षवर्धन गुप्ता और डा. ज्योती गुप्ता के पुत्र हार्दिक गुप्ता के नाम एक और उपलब्धि जुड गयी है। 14 से 21 जुलाई तक हंगरी के सेजिड शहर में हुए 30वें बायो ओलम्पियाड में हार्दिक ने रजत पदक जीत कर फतेहाबाद का नाम रोशन किया।
शकुंतला देवी नर्सिंग होम के मालिक डा. हर्षवर्धन के पुत्र हार्दिक शुरू से ही मेधावी रहे तथा चिकित्सी क्षेत्र में हाथ अजमाने के लिए तैयारी शुरू की। नीट में ऑल इंडिया 22 वीं रैंक प्राप्त की थी। वहीं उसका एम्स में भी चयन हुआ था। 14 से 21 जुलाई तक हंगरी के सेजिड शहर में हुए 30वें बायो ओलम्पियाड में हार्दिक को बीती रात 2.30 बजे रजत पदक जीता। हार्दिक के साथ उसके परिवार का खुशी का ठिकाना नहीं था। सुबह से ही हार्दिक के पिता डा. हर्षवर्धन तथा मां ज्योति गुप्ता के पास बधाई देने के लिए उनके शुभचिंतक पहुंच रहे है।
हार्दिक के पिता डा. हर्षवर्धन गुप्ता ने बताया कि बायो ओलम्पियाड के लिए तीन लाख बच्चों ने आवेदन किया था जिसमें से दूसरे राउंड में 300 बच्चे तथा तीसरे राउंड में 30 मेधावी बचे। इन तीस मेधावी को एक माह के लिए मुंबई के होमी जहांगीर भामा इंस्टिट्यूट में कठिन प्रशिक्षण दिया गया। बाद में हार्दिक को बायोलॉजी विषय में हंगरी के सेजिड शहर में सात दिन तक स्पर्धा चली। हार्दिक की टीम को रजत पदक मिला। उसकी उपलब्धि पर माता पिता तथा मामा डा. दीपक गुप्ता तथा मामी डा. मनीषा गुप्ता काफी खुश है।इस उपलब्धि पर कस्बा फतेहाबाद में माथुर वैश्य समाज में हर्ष की लहर है। उनकी उपलब्धि पर फतेहाबाद डेवलपिंग ग्रुप, माथुर वैश्य महासभा सहित तमाम संस्थाओं ने हर्ष व्यक्त किया।
हार्दिक फतेहाबाद के समाजसेवी मोतीलाल गुप्ता के पौत्र है। हार्दिक सोमवार को हंगरी से मुंबई लौटेंगे। डा. हर्षवर्धन ने बताया कि हार्दिक को लौटने के बाद दून कॉलेज देहरादून ने मोटिवेशन लेक्चर के लिए आमंत्रित किया है।