Agra. बड़े ही उत्साह के साथ अपने पुत्र को प्रधानी का चुनाव लड़ाने के लिए प्रधानी का पर्चा भरवाने के लिये थे लेकिन यह खुशियां ज्यादा देर तक नहीं रही। किसी ने पीछे से खेत में आग लगा दी। सूचना पर पीड़ित परिवार आनन फानन में सीधे अपने खेत पर पहुंचा। खेत में जलती हुई आग की लपटों को देख अन्य किसानों की मदद से आग पर काबू पाया गया लेकिन तब तक अधिकतर फसल जलकर राख हो गई थी। इस घटना से पीड़ित परिवार पूरी तरह से टूट गया है। जानबूझकर खेत में आग लगाए जाने की बात कह रहा है।
घटना मलपुरा थाना क्षेत्र के इटौरा गांव की है। इटौरा निवासी डूंगर सिंह अपने पुत्र का प्रधानी का पर्चा दाखिल कराने गए हुए थे। परिवार के अन्य लोग भी साथ थे। प्रधानी का चुनाव लड़ने को लेकर बेटा उत्साहित था तो पर्चा दाखिल होने पर परिवार के लोगों के चेहरे पर अलग ही खुशी थी लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी। परिवार को सूचना मिली कि उनके खेत में आग लग गई है, यह सुनते ही सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में सभी लोग अपने खेत पर पहुंचे तो गेहूं की फसल में आग लगी हुई थी। पीड़ित डूंगर सिंह ने लोगों की मदद से आग पर काबू पाया तब तक आधी फसल जलकर राख हो गई थी।
पीड़ित डूंगर सिंह का कहना है कि उसकी किसी से रंजिश नहीं है लेकिन यह आग लगी नहीं है बल्कि जानबूझकर लगाई गई है। क्योंकि खेत की ओर कोई रास्ता नहीं है और हमारे अलावा लोगों का आवागमन भी नहीं होता है। किसी ने जानबूझकर उसमें आग लगाई है जिसके बाद धीरे-धीरे खेत में आग बढ़ी और गेहूं की फसल नष्ट हो गई है।
फिलहाल इस घटना के बाद पीड़ित परिवार काफी परेशान है और सोचने को मजबूर है कि वह अपने पुत्र को प्रधानी का चुनाव लड़ाए भी या नहीं। क्योंकि अक्सर प्रधानी के चुनाव में चुनावी रंजिश पनपती हुई दिखाई देती है और खेत में आग लगना उसी की पहली दस्तक इस पीड़ित किसान डूंगर सिंह को दिखाई दे रही है।