Agra. उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन (UPGMS) की ओर से धनौली स्थित उत्तर प्रदेश ग्रामीण श्रमिक विद्यालय पर बुधवार को एक प्रेसवार्ता की गई। इस प्रेसवार्ता के दौरान संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने श्रमिक महिलाओं के बढ़ते उत्पीड़न को पत्रकारों के सामने रखा, साथ ही सरकार से अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के द्वारा ज़ारी किये गए कन्वेंशन 190 (हिंसा और उत्पीड़न कन्वेंशन, 2019) को पारित करने की मांग की।
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि 7 दिसंबर 2020 को भी संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी जिसमें महिलाओं के प्रति बढती हिंसा के मुद्दे को उठाया गया था। संगठन की सचिव पिंकी जैन ने बताया कि UPGMS ने 16 नवंबर –10 दिसंबर के दौरान विशेष अभियान चलाया था जिसमें श्रमिक महिलाओं के उत्पीड़न जैसे मामले सामने आए थे। यह अभियान वार्षिक अंतरराष्ट्रीय अभियान जो लिंग-आधारित हिंसा पर आधारित था, उसके उपलक्ष्य में किया था।
संगठन से जुड़े राहुल शर्मा का कहना था कि उत्तर प्रदेश ग्रामीण मज़दूर संगठन ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं और महिला श्रमिकों के साथ निरंतर कार्य कर रहा है। उनके कौशल विकास, आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मबल बढ़ाने के लिए UPGMS ने कई कार्यक्रम आयोजित किये हैं। संगठन ने बीडब्ल्यूआई ग्लोबल यूनियन फेडरेशन के द्वारा महिलाओं के प्रति हिंसा और डिजिटल अभियान प्रशिक्षण में भी भाग लिया। UPGMS निर्माण क्षेत्र में महिला श्रमिकों को पेंटिंग का प्रशिक्षण पेंट्स एंड कोटिंग्स स्किल्स कौंसिल के तत्वाधान में बी डब्ल्यू आई और जर्मन श्रमिक संगठन डीजीबी के सहयोग से दे रहा है। महिलाओं के कौशल विकास के साथ श्रमिक महिलाओं के प्रति बढते अपराधों को भी गंभीरता से लेना होगा और महिलाओं को ऐसे अपराधों के खिलाफ आवाज उठाने और लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित करना होगा।
संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने कहा कि COVID-19 महामारी के दौरान घरेलू हिंसा की शिकायतों में बढ़ोतरी हुई, संयुक्त राष्ट्र ने इसे ‘शैडो पैनडेमिक’ की संज्ञा दी है। भारत में भी इसका असर देखा गया। UPGMS की इस बैठक में कानूनी परिपेक्ष पर भी चर्चा की गयी और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के द्वारा ज़ारी किये गए कन्वेंशन 190 (हिंसा और उत्पीड़न कन्वेंशन, 2019) को पारित करने की मांग रखी गयी।
तुलाराम शर्मा ने बताया श्रमिकों के खिलाफ हिंसा बन्द करें, उन्हें सुरक्षित घर व सुरक्षित कार्यस्थल पर सुविधाऐं मिलनी चाहिए कार्यस्थल पर बच्चों के लिए कोई सुविधा नही हैं बच्चों के लिए शिक्षा व स्वास्थ की व्यवस्था होनी चाहिए ईट भट्टा, पत्थर खदान, कृषि, निर्माण आदि क्षेत्रों में कार्य स्थल पर कार्यरत श्रमिक महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा,स्वास्थ सुरक्षा, आवास सुरक्षा, श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विशेष शिक्षा प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किये जाने की भी मांग की।
प्रेस वार्ता में हेमलता गोला, निर्मला, बबिता, सीमा, प्रतिमा, नरगिस, साकिर खान, चरन सिंह, ममता, पूजा , सीमा आदि उपस्थित रही।