आगरा। बहुजन समाज पार्टी इस बार पूरी ताकत के साथ लोकसभा चुनाव में उतरने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में बहुजन समाज पार्टी पूरी तरह से बह गई थी और पूरे देश में एक भी सीट बसपा की नहीं आई थी। बसपा के बड़े बड़े कद्दावर नेता भी मोदी लहर के सामने बुरी तरह से डूब गए थे लेकिन इस बार पार्टी एक बार फिर लोकसभा चुनाव में अपने पैर पूरी तरह से जमाने को तैयार हो चुकी है। आगरा जिले की हॉट सीट में शुमार फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी सीमा उपाध्याय पर एक बार फिर बसपा सुप्रीमो ने विश्वास जताते हुए उन्हें इस सीट से बसपा की प्रत्याशी बनाया है। पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय पूरी दमदारी के साथ इस सीट पर चुनाव लड़ने को तैयार है। अपने पिछले कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों के साथ साथ उनके पास एक मजबूत हथियार बसपा के किए गए वादों की हकीकत भी है जिसको लेकर इस बार चुनाव में उतरने की रणनीति बनाने में जुट गई है।
प्रेसवार्ता के दौरान सीमा उपाध्याय के साथ साथ उनके पति पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय ने अब सीधे ही भाजपा पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। उनका कहना था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा ने 15-15 लाख रुपए प्रत्येक के खाते में भेजने और सरकारी नौकरी दिए जाने का वादा किया। इसके चलते लोग उनके बहकावे में आ गए और भाजपा को वोट दे गए। लेकिन अब सारी हकीकत मतदाताओं के सामने आ गई है और यह सरकार केवल जुमले वाली सरकार साबित हुई है। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय का कहना है कि केंद्र से लेकर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है। इसलिए बसपा के पास बहुत कुछ ऐसा है जिनका इस्तेमाल आगामी लोकसभा चुनाव में हमलों के रूप में कर सकती है।
बसपा के तरकश में अपने तीरों के साथ अनेक ऐसे हथियार है जो उसे भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार की कार्यशैली के माध्यम से मिले हैं। हाल ही में सरकार की ओर से ढाई हजार रुपए बेरोजगारों को दिए जाने की मंशा पर बसपा कहती है कि जब 15 लाख नहीं दे पाए तो ढाई हजार कहां से देंगे।
गौरक्षा के मामले में भी भाजपा डिफेंसिव खेलती हुई नजर आ रही है। गौरक्षा के चलते कई स्थानों पर हिंसा हुई जिसमें कई लोग अपनी जान गंवा चुके है। आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या कहीं ना कहीं पूरे देश में किसानों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है और आवारा पशुओं के चलते खेती को काफी नुकसान हो रहा है लेकिन सरकार को किसानों से कोई सरोकार नही है।