आगरा। फतेहाबाद के प्रतापपुरा गांव में सेप्टिक टैंक में गिरने से 10 वर्षीय मासूम सहित पांच लोगों की हुई मौत के बाद जब आज बुधवार सुबह सभी की एक साथ चिता जली तो यह मंजर देख कर पूरे गांव वालों की आंखें नम हो गई। वहीं दूसरी ओर मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ था। एक परिवार के तीन सगे भाइयों की मौत हो जाने से उनका पूरा वंश ही खत्म हो गया।
फतेहाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम प्रतापपुरा निवासी सुरेंद्र पुत्र किरोड़ी लाल के घर के बाहर तीन दिन पहले शौचालय के सेप्टिक टैंक के लिए आठ फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। इस गड्ढ़े से तीन फीट की दूरी पर पुराना सेप्टिक टैंक था। यह भर चुका था। खेत पर काम के चलते इसको पक्का नहीं कराया जा सका था। इस गड्ढे में पुराने टैंक से पानी रिसकर आने लगा। पानी रोकने के लिए 12 वर्षीय अनुराग गड्ढे में उतरा। गड्ढे में करीब एक फीट पानी था। पुराने टैंक से गैस का रिसाव हुआ। वह बेहोश हाेकर अंदर ही गिर पड़ा। उसे बचाने को गड्ढे में उतरे अनुराग के भाई 17 वर्षीय हरिमोहन और 15 वर्षीय अविनाश भी पड़े रह गए। इसके बाद परिवार के सोनू और पड़ोसी योगेश गड्ढे में उतरे, लेकिन वे भी बेहोश होकर पड़े रह गए। 15 मिनट बाद ही सभी को बाहर निकाल लिया गया। मगर, जहरीली गैस की चपेट में आकर पांचों की मौत हो गई।
देर रात सभी के शव पोस्टमार्टम के बाद गांव में पहुंचे तो गांव में कोहराम मच गया। सुरेंद्र का तो गड्ढे में वंश ही डूब गया। उनके तीन बेटे थे। हादसे में तीनों की मौत हो चुकी थी। बुधवार सुबह आठ बजे सभी का फतेहाबाद के जोनेस्वर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। एक साथ पांच चिताएं देख हर ग्रामीण की आंख नम हो गई। इस दौरान अंतिम संस्कार के समय क्षेत्रीय विधायक जितेंद्र वर्मा, भाजपा नेता राजेश कुशवाहा भी मौजूद रहे।
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