Agra. आजकल लड़के लड़की की दोस्ती आम बात है लेकिन अगर इससे भी कुछ ऊपर है या फिर आप किसी लड़के के फ्रेंडशिप प्रपोजल को स्वीकार करने जा रही है तो जरा संभल कर। कहीं आप सेक्स के लिए टॉर्चर का शिकार न हो जाये। क्योंकि दोस्ती की आड़ में आपका वह दोस्त आपके साथ अकेले में जो फ़ोटो और वीडियो लिए हैं, कहीं उनका गलत इस्तेमाल न कर ले और आप भी सेक्स के लिए टॉर्चर का शिकार न बन जाये। शहर में ही एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसने आगरा शहर को शर्मशार कर दिया है।
300 से ज्यादा छात्राओं की न्यूड फोटो -वीडियो
आगरा शहर में कॉलेज की लड़कियों को ब्लैकमेल करने वाला गैंग पकड़ा गया है। इस गैंग को चलाने वाला आरोपी भी स्टूडेंट्स है और इस समय नाबालिग है। स्टूडेंट्स के लैपटॉप से 300 से ज्यादा कॉलेज स्टूडेंट्स की न्यूड तस्वीरें-वीडियो मिली है। जिसे एनजीओ ने पुलिस को हैंड ओवर कर दिया है। एनजीओ ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया है।
मामले में 34 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
एनजीओ की शिकायत पर पुलिस ने 34 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इनमें 9 आरोपियों को नामजद किया गया है तो वहीं 25 अज्ञात हैं। मुकदमा दर्ज होने और आरोपी की गिरफ्तारी होने पर पुलिस स्टूडेंट्स के लैपटॉप से 300 से ज्यादा कॉलेज स्टूडेंट्स की न्यूड तस्वीरें-वीडियो मिलने के मामले में कार्यवाही करने में जुट गई है। पुलिस खासकर पर इन पहलुओं पर कार्यवाही कर रही है। जैसे ये गिरोह कब से एक्टिव है? क्या किसी पोर्न साइट को ये डेटा बेचा जा रहा था? इनके चंगुल में कितनी लड़कियां फंसी हैं? फिलहाल पुलिस ऐसे कई सवालों के जवाब पुलिस ढूंढने में लग गयी है।
सेक्सटॉर्शन का पूरा खेल
इस पूरे मामले में सामने आने वाली पीड़ित छात्रा ने 2 महीने पहले NGO से संपर्क किया। उसने बताया कि उसका एक बॉयफ्रेंड था। वह पास के स्कूल में 12वीं में पढ़ता था। दोनों जब भी मिलते थे, तो वह सेल्फी के बहाने उसकी तस्वीर और वीडियो मोबाइल में लेता रहता था। कुछ महीने बाद ही अचानक छात्रा के पास एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने कहा कि उसके पास उसकी न्यूड तस्वीर-वीडियो है। इससे छात्रा घबरा गई। जब उसने पूछा कि उसको फोटो-वीडियो कहां से मिले तो उसने बताया कि उसके बॉयफ्रेंड से मिली हैं। इस पर छात्रा ने कॉल काट दिया। अपने बॉयफ्रेंड को फोन किया, तो उसने पल्ला झाड़ दिया और फोन काट दिया।
शुरू हुआ ब्लैकमेल करने का खेल
इस पूरी घटना से छात्रा आहत हुई और परिवार को भी कुछ नही बताया लेकिन ब्लैकमेल करने वाला लड़का न्यूड फोटो व वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उसको मिलने के लिए बुलाने लगा। इस युवक के बाद अन्य अनजान कई लड़कों के कॉल आने लगे। सभी कॉल करने वालों की सिर्फ एक ही डिमांड थी जिसे सुन सुन कर छात्रा परेशान हो गयी। एक दिन परेशान होकर उसने अपनी स्कूल दोस्त से इस बारे में बताया। तब खुलासा हुआ कि उसकी दोस्त भी इस गिरोह की शिकार बन चुकी है। जो उसके साथ हो रहा है वो सब उसके साथ हो चुका है।
दोनों छात्राएं एक दूसरे की बनी हिम्मत
दोनों छात्राओं का दर्द और समस्या एक निकली तो दोनों ने एक दूसरे की हिम्मत बनने और आरोपियों को सबक सिखाने की ठानी। समाज के डर से दोनों छात्राओं ने सीधे पुलिस में शिकायत नहीं की बल्कि एक एनजीओ को अपनी ढाल बनाई। इसके बाद एनजीओ ने गोपनीयता के साथ मामले की जांच पड़ताल की और उस लड़के तक पहुँच गए। जब उस लड़के का लैपटॉप चेक किया तो उसमें 300 से अधिक लड़कियों के न्यूड फोटो वीडियो मिले। उसके बाद एनजीओ ने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस की मदद से आरोपी छात्र को हिरासत में लिया और इसका लैपटॉप और मोबाइल कब्जे में लिया।
लैपटॉप देख उड़ गए सभी के होश
पुलिस ने आरोपी युवक से पूछताछ शुरू की और फिर उसके मोबाइल और लैपटॉप को खंगाला। लैपटॉप चेक करने के दौरान कुछ ऐसा मिला जिसे देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए। एक दो नहीं बल्कि 300 से अधिक छात्राओं के फोटो वीडियो मिले हैं वो भी न्यूड। इसके बाद छात्रा को लेकर NGO थाने पहुंची। सर्विलांस सेल की मदद से पुलिस ब्लैकमेलर लड़के तक पहुंची। इसके बाद एक बड़े रैकेट से पर्दा उठ गया। करीब 9 लड़कों के नाम-पते पुलिस को मिल चुके है।
छात्रा को डर था, कहीं उसकी पढ़ाई न छुड़वा दें
NGO ने महिला आयोग, बाल आयोग और अन्य जगहों पर भी शिकायत की है। छात्रा ने बताया था कि लड़के उसकी एडिटेड अश्लील फोटो और कुछ चैटिंग के स्क्रीन शॉट दिखाकर उसका शारीरिक शोषण करना चाहते हैं। मना करने पर उसे उठाकर ले जाने को धमकी दे रहे थे। छात्रा ने परिजनों के डर की वजह शिकायत नहीं की थी कि कहीं उसकी पढ़ाई बंद न हो जाए।
महिला आयोग ने किया जवाब-तलब
NGO संचालक के अनुसार उन्होंने महिला और बाल आयोग से शिकायत की है तब जाकर पुलिस भी इस मामले को लेकर हरकत में आई। ये कार्रवाई भी मामूली है। नाबालिग आरोपी इन धाराओं में गिरफ्तार भी नहीं हो सकते हैं। पकड़ा भी जाए, तो उन्हें न्यायालय से ही जमानत मिल जाएगी।
साइबर सेल कर रही पड़ताल
थाना सिकंदरा प्रभारी आनंद कुमार शाही ने बताया कि केस दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही है। साइबर क्राइम सेल की मदद ली जा रही है। लड़कियों का डेटा लड़के किस तरह लेते थे और उसका दुरुपयोग किस तरह किया जाता था। इन सभी बिंदुओं की साइबर सेल पड़ताल कर रही है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। बताया गया है कि मुख्य आरोपी 12वीं कक्षा का छात्र है जो नाबालिग भी है।