संयुक्त किसान मोर्चा का रेल रोको आंदोलन का असर मथुरा के राया रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। आंदोलित किसान नेताओं ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोक कर जमकर नारेबाजी की और मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को भाजपा सरकार ने अभी तक हटाया नहीं है और न ही उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की गई है जबकि अपने बेटे को बचाने और किसानों के उत्पीड़न करने में वह भी शामिल हैं।
आपको बताते चलें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को हटाए जाने और कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्रेन रोकने का आव्हान किया था। इस आह्वान के चलते सोमवार किसान यूनियन से जुड़े नेता और कार्यकर्ता राया रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। यहां पर मथुरा से कासगंज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन जैसी ही रेलवे स्टेशन पर रुकी, किसान यूनियन के नेता और कार्यकर्ता इंजन फर चढ़ गए। किसानों ने इंजन पर चढ़कर जमकर नारेबाजी की और अपना आक्रोश में व्यक्त किया। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पहले से ही पुलिस बल रेलवे स्टेशन पर तैनात रहा जिन्होंने बमुश्किल किसानों को रेलवे इंजन से उतारा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को रेल रोको आंदोलन का एलान किया था। आगरा-मथुरा सहित ब्रज के अन्य जनपदों में इस एलान के बाद पुलिस ने सतर्कता दिखाई। आगरा जनपद में किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह, सौरभ चौधरी, सत्यवीर चौधरी और धर्मवीर चौधरी को नगला हवेली स्थित उनके आवास पर रविवार देर रात जीआरपी के जवानों ने नजरबंद कर लिया। उन्होंने सोमवार को राजामंडी स्टेशन पर रेल रोकने का एलान किया था।
किसान नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार में आम लोगों की आवाज भी दबाई जा रही है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को हटाने तक आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान राजा की मंडी, आगरा छावनी रेलवे स्टेशन सहित सभी स्टेशनों पर जीआरपी का कड़ा पहरा रहा।