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विद्युत दरों में हुई वृद्धि को लेकर किसानों ने घेरी कमिश्नरी, प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ खोला मोर्चा

by admin

आगरा। विद्युत मूल्य वृद्धि के विरोध में भारतीय किसान संघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसान संघ के प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर के नेतृत्व में किसानों ने कमिश्नरी पर धरना दिया और जमकर नारेबाजी कराये हुए विद्युत दरों में हुई बढोत्तरी को लेकर अपना आक्रोश भी जताया। किसानों के प्रदर्शन की सूचना पर एसीएम चतुर्थ अरुण कुमार यादव मौके पर पहुँच गए। भारतीय किसान संघ के प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने एसीएम चतुर्थ को
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा और विद्युत मूल्यवृद्धि को वापस लेने की मांग की।

भारतीय किसान संघ प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने कहा कि विद्युत मूल्य में की गई 12% वृद्धि न्याय संगत नहीं है। यह किसानों और गरीब उपभोक्ताओं के हितों पर कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि पूर्व में जो विद्युत दरें थी उनको ही चुकाने में किसान एवं गरीब उपभोक्ता असमर्थ था। विद्युत बिल वसूली के नाम पर विद्युत विभाग कनेक्शन काटकर व रिपोर्ट दर्ज कराकर उत्पीड़न करने में लगा हुआ है। आगरा में तो किसानों के साथ घोर अन्याय हो रहा है। टीटीजेड के 24 घंटे विद्युत आपूर्ति वाला बिल वसूला जा रहा है जबकि किसानों को मात्र 8 से 10 घंटे ही बिजली मिल रही है।

किसान संघ के प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने कहा कि तेलंगाना राज्य में उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली मिल रही है इसी तरह दिल्ली में 200 यूनिट तक विद्युत मुफ्त दी जा रही है। हरियाणा में भी आधी दरें कर दी गई है फिर उत्तर प्रदेश में ऐसा क्या हो गया है जो बार-बार विद्युत दरें बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ी जा रही है। विद्युत नियामक आयोग ने भी किसानों और गरीब उपभोक्ताओं के साथ बड़ा मजाक किया है। सभी किसान व्यापारिक संगठनों और उपभोक्ताओं के विरोध के बावजूद विद्युत दरें बढ़ाकर जनसुनवाई के नाम पर नाटक किया गया है। सस्ते के कारण किसान का आलू कोल्ड स्टोर में सड़ रहा है। कहां से विद्युत बिल चुकाये, बिजली डीजल महंगा होने से फसल लागत बढ़ गई है। ऐसे में किसान की आमदनी दुगनी करना एक सपना जैसा लगता है।

भारतीय किसान संघ ने मांग की है कि बढ़ी हुई विद्युत दरें वापस ली जाए और किसानों एवं गरीब उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक विद्युत मुफ्त दी जाए। डीजल पर भी टैक्स घटाकर कम से कम ₹15 लीटर की कमी किसानों के लिए की जाए और टोरेंट पावर के अधीन गांव को टोरेंट से मुक्त कर डीवीवीएनएल से जोड़ा जाए।

इस दौरान प्रदेश महामंत्री रामकुमार जुरैल, प्रान्त महामंत्री लक्ष्मण सिंह, कार्यालय मंत्री ऋषि कुमार, किसान नेता मनोज शर्मा,जिला संयोजक जल सिंह फ़ौजदार, कमल चौधरी, रामवीर चाहर, महारवीर सिंह प्रधान, जय सिंह प्रधान, रविकरन, ब्रजपाल सिंह, टीकाराम भगौर, जिंदल सिंह, कमल सिंह, लाइक सिंह, सुखराम राजपूत, डूमर लोधी, सतीश चाहर, पूरन सिंह, रणवीर सिंह,दिगम्बर सिंह,रमेश चंद कुशवाह, रतन सिंह, सोवरन सिंह, राजवीर सिंह आदि सैकड़ो किसान उपस्थित थे।

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