Agra. डीएपी लेने के लिए अछनेरा गल्ला मण्डी में किसानों और हजारों की महिलाओं को एक-एक पैकेट डीएपी लेने के लिए जद्दोजहद से गुजरना पड़ा। डीएपी के लिए किसानों की लंबी लंबी लाइन लगी। किसानों को एक डीएपी पैकेट लेने के लिए एक से पांच घंटे तक लाइन में लगना पड़ा। वहीँ अपने किसान पति का साथ देने के लिए महिलाएं भी लाइन में सुबह से ही लग गयी।
अछनेरा गल्ला मण्डी में डीएपी के लिए यह स्थिति देख किसान नेता श्याम सिंह चाहर अपने दलबल के साथ पहुँचे, उन्होंने लोगों को समझाया और शांति से डीएपी लेने की बात कही। किसानों की लंबी लाइन देखकर किसान नेता श्याम सिंह चाहर नाराज दिखाई दिए। उनका कहना था कि सरकार की कार्यप्रणाली ने किसानों की दुर्दशा कर दी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और यूपी सरकार ने किसानों की आय दुगनी करने का वायदा किया था लेकिन किसानों की आय दुगनी तो नहीं हुई लेकिन डीएपी के लिए किसानों की दोगुनी लाइन जरूर लग गयी। उनका कहना है कि सरकार ने तो किसानों की कमर तोड़ दी है लेकिन उससे ज्यादा विभागीय अधिकारी और स्थानीय प्रशासन ने साठगांठ का खेल करके पूंजीपतियों की जेब भरने का काम कर दिया है।
समाज सेवी अर्जुन सिंह ने कहा कि जो डीएपी 1210 की रेट थी। इन दोनों के इशारे पर अब 1700 रुपये तक में बेची जा रही है। आज पूंजीपति हावी है। अधिकारियों और आगरा जनपद के विधायकों और सांसद को अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि वो अन्नदाता की परेशानी तक हल नहीं कर पा रहे हैं।
डीएपी के लिए लाइन में खड़ी महिलाओं का कहना है कि पांच पांच घण्टे खड़े होने के बाद भी उन्हें डीएपी का पैकेट नहीं मिल पाया है। एक पैकेट डीएपी के लिए सुबह से शाम हो रही है। सरकार किसानों के लिए कुछ भी नहीं सोच रही है।