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Exclusive : रेलवे की जमीन पर बने धार्मिक स्थलों को हटाने के नोटिस जारी, 25 दिसंबर तक का दिया समय

by admin

Agra. रेलवे की भूमि पर बने धार्मिक स्थलों को हटाए जाने का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकल आया है। रेलवे भूमि पर बने धार्मिक स्थलों को हटाए जाने के नोटिस दिए गए हैं। रेलवे के इस नोटिस से धार्मिक स्थलों का रखरखाव कर रहे लोगों में रोष देखने को मिला है। इस नोटिस के बाद लोगों ने भी दो टूक शब्दों में कहा कि वह रेलवे से कानूनी लड़ाई लड़ने को पूरी तरह से तैयार है लेकिन धार्मिक स्थलों को टूटने नहीं दिया जाएगा।

आपको बताते चलें कि रेलवे की भूमि पर कई जगहों पर मंदिर, मस्जिद और मजारें बनी हुई हैं। रेलवे इन धार्मिक स्थलों को अतिक्रमण के रूप में देखा है। इसीलिए रेलवे की ओर से इन सभी धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में न्यायालय के आदेश का भी जिक्र कर दिया है। उसी का अनुपालन किये जाने के लिए यह कार्रवाई करने की बात कह रहा है।

रेलवे की कारवाई और दिए गए नोटिस की जांच पड़ताल की गई। नोटिस ओएचई के पास बनी कालूशाह बाबा की मजार के सज्जादा नशीन को दिया गया है। इस नोटिस में स्पष्ट रूप से लिखा है कि आपको एक एक नोटिस दिया गया था। इस नोटिस के अनुसार आपको रेलवे की भूमि से अपना धार्मिक स्थल उठाना था लेकिन अभी तक आपने अपना धार्मिक स्थल नहीं हटाया है।

रेलवे ने अपना बचाव पक्ष रखते हुए नोटिस में लिखा है कि ‘यह कार्रवाई उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में की जा रही है।’ अंत में इस नोटिस में लिखा है कि आपको 25 दिसंबर तक अपने धार्मिक स्थल हटाने के निर्देश हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो 26 दिसंबर को रेलवे कार्रवाई करने को मजबूर होगा।

पुजारी और श्रद्धालुओं में भी रोष

रेलवे की भूमि पर कई मंदिर भी बने हैं। यह नोटिस उन मंदिरों को भी भेजा गया है। मंदिर के पुजारी और मंदिर में पूजा करने के लिए आने वाले श्रद्धालु इस नोटिस से खासा नाराज दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि वर्षों पुराने यह मंदिर बने हुए हैं लेकिन रेलवे अब इन्हें अतिक्रमण बता रहा है। अतिक्रमण के नाम पर हिंदुओं की आस्था से खेलने की कोशिश कर रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आक्रोशित लोगों ने चेतावनी दी कि अगर रेलवे अपनी तानाशाही नहीं छोड़ेगा तो मंदिर को बचाने के लिए वे भी दो-दो हाथ करने को भी तैयार हैं और हर तरह की कानूनी लड़ाई लड़ने को भी वह सक्षम है लेकिन इन धार्मिक स्थल को नहीं हटने दिया जाएगा।

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