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आजादी के 68 साल बाद भी विकास के लिये तरस रहा है ये गांव

by pawan sharma

फतेहाबाद। प्रदेश की भाजपा सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के चाहे कितने भी दावे करें लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की भ्रष्टाचार नीतियों के चलते भाजपा के यह दावे खोखले साबित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली जनता देश की आजादी के 68 साल के बाद भी नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर है लेकिन एयर कंडीशन कमरे में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं है।

भ्रष्ट अधिकारियों की भेंट चढ़ा फतेहाबाद विधानसभा के भीकनपुर गांव का कुछ ऐसा ही हाल है। आगरा जिले के इस गांव में ना तो शौचालय है और ना ही खरंजो का निर्माण कराया गया है। पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है।

केंद्र की भाजपा सरकार राष्ट्रीय स्वच्छ अभियान चलाकर गांव में शौचालय बनवाने का काम कर रही है लेकिन इस गांव शौचालय बनवाने के नाम पर सिर्फ गड्ढे खोदे गए है। इस गांव में 300 परिवारों पर सिर्फ 15 शौचालय है।

ग्राम भीकनपुर इतना पिछड़ा हुआ है कि जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। आलम यह है कि गांव के घरों से निकलने वाला दूषित पानी से गलियां में जलभराव हो गया है जिससे ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। इस जलभराव के कारण गांव में कई तरह की बीमारियां पनपने लगी है जिसका शिकार गांव के लोग हो रहे हैं।

इतना ही नहीं 300 परिवारों के इस गांव में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। गांव में लगी तीन टीडीएस पानी की टंकी है जो शो पीस बानी हुई है। गांव में लगे सभी हैडपंप खराब पड़े हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल समस्या वर्षो से है गांव के एक-एक किलोमीटर दूर निजी नलकूपों से पानी भरकर लाना पड़ता है। इस भीषण गर्मी के मौसम पीने के पानी की समस्या से और ज्यादा जूझना पड़ेगा।

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