आगरा। बारिश और ओलावृष्टी प्रभावित किसानों को सरकार द्वारा दिये जाने वाले मुआवजा के फार्म जमा न किये जाने से आक्रोशित किसानों ने उप निदेशक कृषि कार्यालय पर जमकर हंगामा काटा और अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए नारेबाजी की। किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही किसान नेता मोहन सिंह चाहर मौके पर पहुँच गए। विभागीय अधिकारियों द्वारा किसानों के फॉर्म ना लिए जाने पर उन्होंने उच्च अधिकारियों से फोन पर वार्ता की और अपनी नाराजगी जाहिर की। उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद कार्यालय के अंदर बैठे कृषि अधिकारियों ने किसानों के फॉर्म जमा किए गए।
उप निदेशक कृषि कार्यालय पर हंगामा कर रहे किसानों का कहना था कि सभी कर्मचारी बाहर से विभाग के गेट पर ताला डाल कर अंदर बैठे हुए थे। किसानों ने जब बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित खेती के मुआवजे के फॉर्म जमा करने की बात कही तो उन्होंने साफ मना कर दिया। इसी कारण आक्रोशित होकर किसानों ने विभाग के बाहर जमकर हंगामा काटा।
किसानों का कहना था कि सभी पीड़ित किसान बाह, पिनाहट, फतेहाबाद, खेरागढ़, एत्मादपुर, अकोला से आये है। बारिश और ओलावृष्टी से इन किसानों की फसल बर्बाद होने से सभी दुखी हैं लेकिन उप निदेशक कृषि कार्यालय पर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी कोई सुनवाई ना कर उनके जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं।
मौके पर पहुँचे भारतीय किसान संघ प्रान्त अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने फसल बर्बादी से दुखी किसानों की मदद न करने पर उप निदेशक कृषि महेंद्र सिंह और जिला कृषि अधिकारी डॉ रामप्रवेश वर्मा से फोन पर वार्ता कर नाराजगी व्यक्त की। कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद कर्मचारियों ने किसानों के फॉर्म जमा किये। किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने मांग की कि प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा और फसल बीमा का लाभ दिया जाय।