आगरा। हरित विद्यालय मुहिम के राष्ट्रीय राजदूत बने डॉ. सुशील गुप्ता, समारोह में राज्यवार एंबेसडर किए नियुक्त्। आगरा में हुआ समारोह।
नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स अलायंस (नीसा) एक ऐसा मंच है, जो देश भर के बजट निजी विद्यालयों (बीपीएस) को एक साथ लाता है, ताकि कानून और उप-नियमों के संदर्भ में उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए एकीकृत आवाज उठाई जा सके। जो उन पर लागू होते हैं और दिन-प्रतिदिन के शिक्षण व अधिगम के तरीकों में गुणवत्ता-सुधार की सुविधा प्रदान करते हैं। नीसा आज भारत के 26 राज्यों में 1लाख बजट निजी विद्यालयों, 10 लाख शिक्षकों, 20 करोड़ छात्रों, 62 राज्य विद्यालय संघों की आवाज है।
प्रकृति को सहेजने के उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस (नीसा) द्वारा आगरा में दिनांक 30 व 31 जुलाई को ताज होटल एवं कन्वेंशन सेंटर में दो दिवसीय नीसा ग्रीन स्कूल कांफ्रेंस-2022 आयोजित की गई। नीसा द्वारा डॉ. सुशील गुप्ता को हरित विद्यालय मुहिम के राष्ट्रीय राजदूत के पद पर नियुक्त किया गया है तथा वर्तमान परिवेश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए देश भर के विद्यालयों को हरित विद्यालय बनाने की अवधारणा रखी गई। इस अवधारणा को यथार्थ रूप देते हुए विद्यालयों का मानकों के अनुरूप पर्यवेक्षण किया गया, जिसमें देश भर से दो विद्यालय – प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, आगरा, उत्तर प्रदेश (निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता) तथा झुंझुनू एकेडमी, झुंझुनू, राजस्थान ( निदेशक डॉ. दिलीप मोदी) को चयनित किया गया।
इस अवसर पर कानून एवं विधि राज्य मंत्री व सांसद प्रो. एस. पी. सिंह बघेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने विजेता विद्यालयों को प्रशस्ति पत्र तथा पुरस्कार प्रदान किए व समारोह एवं उसके उद्देश्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि हरित विद्यालय की अवधारणा नवीन परंतु अत्यंत गंभीर है। उन्होंने डॉ. सुशील गुप्ता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उन्हीं के प्रयासों का फल है, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक के विद्वान एक उद्देश्य के लिए एक छत के तले एकत्र हुए हैं।
डॉ. सुशील गुप्ता, नेशनल एंबेसडर ऑफ ग्रीन स्कूल्स ड्राइव-नीसा ने मुहिम को आगे बढ़ाने व समस्त कार्यों के सफल क्रियान्वयन हेतु राज्यवार एंबेसडर नियुक्त किए हैं, जिनका विवरण क्रमशः निम्नांकित है-
1.डॉ. अनिरुद्ध गुप्ता-पंजाब
2.डॉ. दिलीप मोदी-राजस्थान
3.डॉ. जी.एन. वार-
जम्मू-कश्मीर
4.डॉ. कुलदीप आनंद-
हरियाणा
5.श्री लायन कोमति रेड्डी-
तेलंगाना
6.श्री बसंत बल्लभ भट्ट- उत्तराखंड
7.श्री जॉन जेवियर थंगराज- तमिलनाडू
8.श्री लक्ष्य छाबड़िया- दिल्ली
- श्री प्रेमचंद देशवाल- दिल्ली
- श्री सुशील धनकर- दिल्ली
11.श्री सूबा सिंह- उत्तराखंड - श्री विशाल महाजन- हिमाचल प्रदेश
- श्रीमती नीलम मलिक- महाराष्ट्र
- श्रीमती नीलेंदरजीत कौर संधु-हरियाणा
- श्री विवेक यादव उत्तर प्रदेश आदि।
- हरित विद्यालय व हरित विश्वविद्यालय के प्रणेता एवं देश-विदेश में ऐसी ही अनेक संस्थाओं के पथ-प्रदर्शक व प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत श्री वीरेंद्र रावत के द्वारा इस दिशा में अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हरित विद्यालय की परिकल्पना पंच तत्वों पर आधारित है, जिसका उद्देश्य हवा, पानी, व हरियाली बचाना ही नहीं वरन् प्रकृति के प्रति मानवीय व्यवहार को बदलना है। उनका मानना है कि हमें अपने बच्चों को देश प्रेमी के साथ-साथ प्रकृति प्रेमी भी बनाना चाहिए।
समारोह में नीसा अध्यक्ष डॉ. कुलभूषण शर्मा ने कार्यक्रम के उद्देश्यों व प्रमुख तत्वों से सभी को अवगत कराया। उन्होंने नेशनल एंबेसडर डाॅ. सुशील गुप्ता का आभार व्यक्त किया कि वह सही मायने में हरित शब्द के सूत्रधार हैं और इस क्षेत्र में अनेक सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि विश्व में सभी समस्याओं का समाधान केवल शिक्षा ही है, जिसके आधार पर हम हरित क्रांति को आगे बढ़ा सकते हैं।