आगरा। डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 83 में दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने उदबोधन के दौरान आगरा विश्वविद्यालय से जुड़ी कई सुखद स्मृतियों को सभी के साथ साझा किया। रामनाथ कोविंद ने 1967 में इसी विश्वविद्यालय से संबंध DAV कॉलेज कानपुर से स्नातक की पढ़ाई के दौरान किए गए सभी अनुभवों को सामने रखा।
आगरा विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर आज तक इस विद्यालय से पढ़ने वाले जितनी महान हस्तियां निकली है उन सभी का रामनाथ कोविंद ने जिक्र किया। रामनाथ कोविंद ने बताया कि इस विश्वविद्यालय से देश को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, ओलिंपियन खिलाड़ी और सुरक्षा सलाहकार जैसे कई बड़े और महान शख्स निकले हैं।
आगरा विश्वविद्यालय को डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का नाम दिए जाने का महत्व बताया। उन्होंने डॉ भीमराव आंबेडकर के जीवन दर्शन को सामने रखा और बताया कि उन्होंने अपने जीवन काल में संविधान और शिक्षा के लिए कितने महान कार्य किए और उन्ही के प्रयासों का यह परिणाम है कि आज आगरा विश्वविद्यालय 21वी सदी में ऐसे छात्र-छात्राओं के रूप में सुशिक्षित युवाओं को तैयार कर रहा है जो भविष्य में देश की आधारशिला को मजबूत बनाएंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आगरा विश्वविद्यालय से इस समारोह में दीक्षांत की उपाधि लेने वाले सभी मेधावियों को बधाई दी और उन सभी से आशा व्यक्त की कि वह सभी मेधावी छात्र अपने परिवार समाज और देश के प्रति नैतिक जिम्मेदारियों को समझते हुए अपना दायित्व निभाएंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आगरा विश्वविद्यालय द्वारा खंदारी परिसर में चलाए जाने वाले मॉडल स्कूल की जमकर सराहना की। इस मॉडल स्कूल में गरीब और निर्धन परिवार से आने वाले बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान की जाती है। समय-समय पर सेमिनार और चिकित्सा शिविर भी लगाए जाते हैं। रामनाथ कोविंद ने इस समारोह के लिए सभी को शुभकानाएं दी और आशा की कि आगरा विश्वविद्यालय इसी तरह से आगे भी शिक्षा व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपना दायित्व निभाएगा।