Agra. शिल्प कला और संस्कृति का अद्भुत संगम ताज महोत्सव का देशी विदेशी पर्यटक खूब लुत्फ़ उठा रहे हैं। ताजमहल निहारने आने वाले देशी विदेशी पर्यटक शिल्पग्राम में चल रहे ताज महोत्सव को देखने भी पहुंच रहे हैं। ताज महोत्सव में भारतीय शिल्प कला संस्कृति के साथ-साथ भारतीय खानपान से भी विदेशी पर्यटक रूबरू हो रहे हैं। ताज महोत्सव में विदेशी पर्यटकों के पहुंचने से हस्त और शिल्प कला की स्टॉल लगाने वाली शिल्पकार भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। यह विदेशी पर्यटक भारतीय शिल्प और कला से प्रभावित होकर हस्त व शिल्प कला की बनी हुई वस्तुएं खूब खरीद रहे हैं। इससे दूर दराज से आकर स्टॉल लगाने वाले इंस्टॉल संचालकों के चेहरे भी खिल गए है।
आपको बताते चले कि ताज महोत्सव की शुरुआत 17 फरवरी को हुई थी। ताज महोत्सव आगरा और भारतीय संस्कृति कला का अनूठा संगम है। ताजमहल निहारने के लिए आने वाला हर देसी और विदेशी पर्यटक ताजमहल देखने के लिए पहुंच रहा है। शिल्पग्राम में प्रवेश करते ही राजस्थानी संस्कृति के नृत्य देखकर सभी सरावोर हो जाते हैं और उनके साथ खुद नाचते और झूमते हुए पर्यटक दिखाई दे रहे हैं।
ताज महोत्सव में देशी विदेशी पर्यटक जमकर खरीदारी भी कर रहे हैं। पूरे देश की संस्कृति और काला ताजमहल उत्सव समेटे हुए एक स्थान पर पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण की हर कला वस्तु व खानपान यहां मौजूद है। पर्यटकों का कहना था कि वह तो केवल मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने आए थे लेकिन ताज महोत्सव को देखकर वह एक ही स्थान से पूरा देश का भ्रमण कर चुके है। भारतीय संस्कृति कला और हस्त शिल्प कला का यह अनूठा संगम है।
विदेशी पर्यटकों से वार्ता हुई तो उन्होंने ताज महोत्सव की सराहना की। उनका कहना था कि यह कल्चर इवेंट है और यहां आकर बहुत अच्छा लगा। इसके साथ उन्होंने कुछ वस्तुएं भी यादगार के रूप में खरीदी है जो उन्हें हमेशा ताज महोत्सव की याद दिलाएगा।