आगरा. आज गुरूवार को मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में आगरा मंडल के नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों, सफाई, शौचालयों एवं अन्य नगरीय सुविधाओं तथा स्मार्ट सिटी के कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में सर्वप्रथम नगरीय क्षेत्रों में बनाये जा रहे प्रवेश द्वारों की समीक्षा की गयी। अधिकतर नगरपालिकाओं द्वारा प्रवेश द्वार निर्माण का सिर्फ प्रस्ताव तैयार किया गया है। वहीं आगरा व फिरोजाबाद जिले में प्रवेश द्वार निर्माण कार्य में कोई खास प्रगति न दिखने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त की।
मथुरा जिले की प्रमुख शहरों से कनैक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए सभी मुख्य मार्गों पर भव्य व अच्छे प्रवेश द्वार बनवाने के निर्देश दिए। मैनपुरी जिले में कोई प्रवेश द्वार नहीं बनाए जाने पर कम से कम 2 प्रवेश द्वार बनवाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। नगर निगम आगरा द्वारा फतेहाबाद रोड़ पर एक प्रवेश द्वार का कार्य पूर्ण कर लिया गया है जबकि कुबेरपुर पर एक का कार्य प्रगति पर है। आगरा-मथुरा और फतेहपुर सीकरी मुख्य मार्ग पर प्रवेश द्वार का प्रस्ताव जल्द पारित कराने हेतु शासन स्तर से पत्राचार करने के निर्देश दिए। फिरोजाबाद में भी मुख्य हाइवे पर एक प्रवेश द्वार बनाये जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने अपर जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रवेश द्वार के निर्माण कार्य की प्रगति की टाइमलाइन निर्धारित करें। पुराने प्रवेश द्वार को ठीक करायें। जिस नगरीय क्षेत्र में सीमा पर प्रवेश द्वार नहीं बने हैं वहां नये प्रवेश द्वार बनाने के लिए प्रस्ताव एवं उसकी डिजायन भी तैयार करायें।
माॅडल रोड़ की समीक्षा की गयी। आगरा में पहले चरण में 9 माॅडल रोड़ का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जबकि फिरोजाबाद और मैनपुरी में पीडब्लूडी द्वारा बरती जा रही ढ़िलाई के कारण माॅडल रोड़ का कार्य पूरा नहीं हुआ, वहीं स्मार्ट सिटी के कई प्रोजेक्ट भी अधर में लटके हैं। इससे नाराज मंडलायुक्त महोदया ने अपर आयुक्त (प्रशासन) को पीडब्लूडी के इस कृत से शासन को अवगत कराने हेतु पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए।
साफ-सफाई की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने समस्त नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों को निर्देश देते हुए स्पष्ट कहा कि कागजों पर तो सफाई बढ़िया दिखाई जाती है लेकिन मौके पर गंदगी और कूड़े के ढ़ेर ही दिखाई देते हैं। अक्सर पूरे सफाई कर्मचारियों के क्षेत्र में न आने की शिकायतें भी मिलती है। इसलिए गंभीरता से लेते हुए निरंतर साफ-सफाई कराई जाए। आने वाले दिनों में कई प्रमुख त्यौहार भी मनाए जायेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए जहां सफाई की ज्यादा जरूरत है वहीं अतिरिक्त मैन पावर लगाकर सफाई कराई जाए। नगर पंचायत और नगर पालिका द्वारा कराई जा रही सफाई कार्यों के निरीक्षण हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए। पीडब्लूडी और हाइवे की सड़कों की सफाई को लेकर नगरायुक्तों को निर्देश दिए कि विभागों के साथ बैठक करें। अगले 15 दिन तक निरीक्षण करें कि संबंधित विभागों द्वारा सड़कों की सफाई की जा रही है अथवा नहीं। डोर टू डोर कूड़ा कलैक्षन को लेकर निर्देश दिए कि सभी वार्डों में प्रत्येक घरों से कूड़ा उठे। अनुबंधित एंजेसी द्वारा सभी वार्डों से डोर टू डोर कूड़ा उठाने से लेकर कूड़ा निस्तारण तक का प्रत्येक डाटा एकत्रीकरण किया जाए। आगरा की तरह अन्य नगर निगमों में भी एंजेसी अनुबंधित कर इसी तरह की व्यवस्था की जाए। एंजेसी अनुबंधित होने और मैन पावर के काम करने के बाद भी यदि कहीं गंदगी होने या सफाई न होने की शिकायत आती है तो नगरायुक्त अपने स्तर से संबंधित के खिलाफ जिम्मेदारी तय करें।
आगामी बारिश के मौसम आने से पूर्व ही नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों को एक महीने में लगकर सभी बड़े छोटे नाले-नालियों की सफाई करने के निर्देश दिए। वहीं नगर निगमों में भी नाले-नालियों की सफाई हेतु रोस्टर प्लान एवं टेंडर तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि नालों की तलीझाड़ सफाई के बाद 24 घंटे के अंदर सिल्ट उठ जानी चाहिए और उस जगह की धुलाई की जाए। किसी भी अनहोनी या जनहानि की आंशका से बचने हेतु बड़े व खुले नालों को ढका जाए, पूरी सुरक्षा और सावधानी के साथ ही कर्मचारियों से नाले-सीवर की सफाई करवाई जाए। इसके अलावा जलभराव की गंभीर समस्या पर सभी संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि आगरा मंडल के सभी स्थायी जलभराव के स्थल को चिन्हित करते हुए जलभराव के कारणों का पता किया जाए। तत्काल समाधान हेतु पंप सेट से पानी निकाला जाए किन्तु स्थायी समाधान हेतु उचित प्रयास किए जाऐं। निकट भविष्य में यदि कहीं पर जलभराव की स्थायी समस्या या शिकायत पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
थीम पेंटिंग कार्य प्रगति की समीक्षा की गई। नगर पालिका और नगर पंचायत द्वारा अवगत कराया गया कि नगरीय क्षेत्रों में सामुदायिक भवनों पर थीम पेंटिंग और स्लोगन राइटिंग कराई जा रही है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सामुदायिक भवनों के अलावा उन सार्वजनिक और निजी भावना पर भी तीन पेंटिंग के साथ-साथ स्लोगन राइटिंग कराई जाए जहां पर पब्लिक विजिबिलिटी ज्यादा रहती है। मथुरा और फिरोजाबाद नगर निगम को जल्द से जल्द थीम पेंटिंग का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कूड़ा स्थल विलोपित की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि जहां भी कूड़ा स्थल विलोपित हुए हैं, उस जगह का सौंदर्यीकरण और उसकी फोटोग्राफी कराई जाए। उसे जगह पर दोबारा कूड़ा ना पड़े और कोई नया कूड़ा स्थल ना बने यह भी सुनिश्चित किया जाए।
डस्टबिन लगाए जाने के कार्य की समीक्षा की। सभी शेष स्थानों और जरूरत वाले स्थान पर डस्टबिन लगाएं जाएं। डस्टबिन की नियमित सफाई हो। डस्टबिन के बाहर या आसपास कूड़ा बिखरा नहीं होना चाहिए, यह निर्देश दिए। आगरा में 43, मथुरा में 20 और फिरोजाबाद में सभी 42 डलाबघर हटाये जा चुकें हैं। फिरोजाबाद को छोड़कर अन्य सभी नगर निगम क्षेत्र में शेष डलाबघरों को 31 मई तक खत्म करने के निर्देश दिये।
सार्वजनिक, सामुदायिक और पिंक शौचालय निर्माण प्रगति को लेकर निर्देश दिए कि अगले 3 महीने में सभी निर्माणाधीन शौचालयों का कार्य पूर्ण होना जाना चाहिए। नये शौचायलयों के साथ पुराने शौचालय की भी नियमित साफ-सफाई हो। कोई भी सामान टूटा फूटा ना हो। 24 घंटे पानी की उपलब्धता रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा फिरोजाबाद सहित अन्य जिलों में भी जहाँ जरूरत है वहां नए शौचालय बनाने जाने का प्रस्ताव तैयार किया जाए।
चुनाव के दृष्टिगत मतदान केंद्रो पर मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा
बैठक के अन्त में आगरा मंडल के समस्त मतदान केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता की भी समीक्षा की गयी। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत मतदान केन्द्रों पर बिजली, पानी, शेड, रैम्प, शौचालय इत्यादि सुविधाओं से जुड़े सभी कार्य पूर्ण कर लें। सभी अपर जिलाधिकारी अपने स्तर पर मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर लें ताकि कोई कार्य अपूर्ण हो तो उसे समय रहते पूरा कर लिया जाए।