Agra. दीपावली पर्व के कुछ दिन पहले से ही आगरा शहर की आबोहवा एक बार फिर प्रदूषित होने लगी थी, यह क्रम अभी भी जारी है। दीपावली पर्व पर जमकर हुई आतिशबाजी और कूड़ा जलाने से आगरा शहर की आबोहवा और ज्यादा खराब हो गई है। दीपोत्सव की रात को आगरा की AQI 650 के पार पहुँच गयी जिसके कारण लोगों को सांस लेने में भी काफी तकलीफ होने लगी लेकिन शाम तक इसमें कुछ सुधार देखने को मिला।
दीपोत्सव की रात को आगरा की AQI पहुंची 650 के पार हो गयी थी। शुक्रवार सुबह 8 बजे भी 539 एयूआई रिकॉर्ड किया गया लेकिन शुक्रवार शाम तक ताजनगरी की आबोहवा में कुछ सुधार देखने को मिला और तीन बजे तक AQI 440 पर आ गया था।
ताजनगरी में प्रदूषण बढ़ने के चलते लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इसके साथ ही लोग एलर्जी के भी शिकार हो रहे है। पहले से ही एलर्जी की समस्या झेल रहे मरीजों को हो रही खासी परेशानी हो रही है। हृदय रोगियों के लिए भी बढ़ता प्रदूषण घातक सिद्ध हो सकता है।
बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि हमने एक अध्ययन किया उसमें हमने देखा कि जब भी प्रदूषण का स्तर ज़्यादा होता है तो उसके कुछ दिन बाद बच्चों और व्यस्कों में सांस की समस्या की इमरजेंसी विजिट बढ़ जाती हैं। ये तय है कि प्रदूषण से सांस की समस्या बढ़ जाती है, स्वास्थ्य पर बहुत असर होता है।